5 राज्यों का चुनाव: किसके हिस्से आएगा जनता का महाप्रसाद

5 राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आने वाले हैं, लेकिन एग्ज़िट पोल्स में अलग अलग सर्वे एजेंसी के अलग अलग दावों ने मतदाताओं और राजनितिक पार्टियों को कंफ्यूज कर रखा है।
   2024 लोकसभा चुनाव में राजनीती किस करवट बैठेगा इसका अंदाजा इन 5 राज्यों के नतीजों पर लगाया जा सकता है इसलिए इन चुनावों को 2024 का सेमिफाइनल भी कहा जा रहा है।

आइये सिलसिलेवर हर राज्य के एग्ज़िट पोल्स पर नजर डालते हैं।

मध्यप्रदेश:-

मध्य प्रदेश में 230 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 116 है।

‘इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया’ एग्जिट पोल में मध्यप्रदेश में भाजपा को भारी बहुमत मिलता दिख रहा है, भाजपा मध्यप्रदेश में 140-162 सीटें जीत सकती है, वहीं, कांग्रेस के खाते में सिर्फ 68-90 सीटें आती दिख रही हैं। यानी एक बार फिर लोगों का शिवराज सरकार पर भरोसा दिखता नजर आ रहा है।

अगर टुडेज़ चाणक्य की बात करें तो यहां से भाजपा के खाते में 139-163 सीटे आती नज़र आ रही हैं, तो कांग्रेस 62-86 सीट पर सिमट सकती है। यानी यहां भी भाजपा ही सरकार बन रही है।

हालांकि कुछ सर्वे ऐसे भी हैं जो मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनवा रही हैं। जैसे जन की बात का कहना ये है कि यहां भाजपा को 100-123 सीट मिल सकती है जबकि  कांग्रेस को 102-125 मिलती दिख रही हैं।

वहीं बात अगर पोलस्ट्रैट की करें तो यहां भाजपा को 106 से 116 सीट मिल जाएंगी, जबकि कांग्रेस 111 से 121 सीटों के साथ बड़ी पार्टी बन सकती है।

बात अगर सी-वोटर्स की करें तो ये स्पष्ट रूप से कांग्रेस की सरकार बनवा रहे हैं। इन्होंने भाजपा को 88-112 सीटे दी हैं जबकि  कांग्रेस को 113-137 सीटें देकर उनकी जीत का अनुमान लगाया है।

राजस्थान:-

यहां 199 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे, यानी बहुमत का आंकड़ा 100 है। इसमें इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने कांग्रेस को 86 से 106 सीटें दी हैं, जबकि भाजपा को 80 से 100 तो वहीं निर्दलीयों के खाते में 9-18 सीटें दे रहा है। यहां बहुमत का आंकड़ा 100 है जिसके आसपास कांग्रेस और दोनों दल पहुंच रहे हैं।

यानी अगर इंडिया टुडेज़ की बात मानेंगे तो इस राज्य में राज बदलेगा या रिवाज़ ये पूरी तरह साफ नहीं है और यह बहुत कुछ निर्दलीयों पर निर्भर करेगा।

जन की बात अगर मानें तो वह राजस्थान में भाजपा को स्पष्ट बहुमत दे रहा है। उसके हिसाब से प्रदेश में भाजपा को 100 से 122 सीटें मिलेंगी जबकि कांग्रेस 62 से 85 सीटों के बीच ही रहेगी। इसके अलावा ये 14 से 15 सीटें निर्दलीयों को भी दे रहे हैं।

ऐसे ही पोलस्ट्रैट ने भी पेच फंसा रखा है, उसके अनुसार कांग्रेस को 90 से 100 तो भाजपा को 100 से 110 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं निर्दलीय को 5 से 15 सीटें मिल सकती हैं।

टुडेज़ चाणक्य ने कांग्रेस को थोड़ा आगे रखा है, यहां कांग्रेस को 89 से 113 सीटें मिलने का अनुमान हैं, जबकि भाजपा को 77 से 101 सीटें मिल सकती हैं। वहीं अन्य के खाते में 2-16 सीटें जा सकती हैं।

वैसे सी-वोटर्स के मुताबिक यहां रिवाज़ नहीं बदलेगा। यानी फिर से सरकार बदलेगी और भाजपा सत्ता में आएगी। इनके मुताबिक यहां भाजपा को 94 से 114 तो कांग्रेस को 71 से 91 सीटें मिल रही हैं। वहीं अन्य के खाते में 9 से 19 सीटें जाने की उम्मीद है।

छत्तीसगढ़:-

इस राज्य में कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बढ़ती लोकप्रियता ही दूसरी पार्टियों को हराने के लिए काफी है, लेकिन चुनाव नज़दीक आते गए, तो भाजपा ने अपने पांव फैला ही लिए, मग़र फिर एग्ज़िट पोल्स के हिसाब से कांग्रेस थोड़ा आगे दिख रही है।

छत्तीसगढ़ में 90 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 46 है।

बात अगर पोलस्ट्रैट की करें तो, भाजपा को 35-45, कांग्रेस को 40-50 और अन्य को 0-3 मिलने का अनुमान है। यानी इनके मुताबिक कांग्रेस यहां सरकार बना सकती है।

वहीं इंडिया टीवी-सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक, भाजपा को 30-40, कांग्रेस को 46-56 और अन्य को 3-5 सीटें मिल सकती हैं, यानी उसके अनुसार भी सरकार कांग्रेस ही बना रही है।

इसके बाद इंडिया टुडे-माई एक्सिस ने अनुमान जताया कि यहां पर भाजपा को 36 से 46, कांग्रेस को 40-50 और अन्य को 1-5 सीटें मिल सकती हैं, इनके मुताबिक एक बार फिर भूपेश बघेल का जादू यहां चल सकता है।

वहीं न्यूज18-मैट्रिज ने संभावना जताई है कि भाजपा को 41, कांग्रेस को 46 और अन्य को 3 सीटें मिल सकती हैं।

न्यूज24-चाणक्य के मुताबिक, भाजपा को 33, कांग्रेस को 57 सीटें मिल सकती हैं।

टाइम्स नाउ-इटीजी के मुताबिक, भाजपा को 32-40, कांग्रेस को 48-56 और अन्य को 2-4 सीटें हासिल हो सकती हैं।

कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस वापसी करती दिख रही है।

तेलंगाना:-

यहां विधानसभा की 119 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 60 है। इस राज्य को चंद्रशेखर राव का किला माना जाता है। उनके किले में कौन सेंध लगाएगा, ये तो 3 दिसंबर को मालूम पड़ेगा, लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल के जो आंकड़े सामने आए हैं। उसमें टीवी9-पोलस्ट्रैट के मुताबिक तेलंगाना में बीआरएस को 48-58, भाजपा को 5-10, कांग्रेस को 49-59 और ओवैसी की पार्टी AIMIM को 6-8 सीटें मिलने की संभावना है, यानी ओवैसी यहां पर किंगमेकर बन सकते हैं। यहां ये कहना ग़लत नहीं होगा कि कांग्रेस ने बहुत हद तक खुद को फ्रंटफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है।

चाणक्य के मुताबिक, यहां बीआरएस को 33, भाजपा को 7, कांग्रेस को 71 सीटें मिल सकती हैं। यानी चाणक्य तो स्पष्ट तौर पर कांग्रेस की सरकार बनवा रहा है।

ईटीजी ने यहां पर बीआरएस को 37-45, भाजपा को 6-8, कांग्रेस को 60-70 और अन्य को 5-7 सीटें मिलने की संभावना जताई है।

जन की बात के मुताबिक, बीआरएस को 40-55, भाजपा को 7-13, कांग्रेस को 48-64 और AIMIM को 4-7 सीटें मिल सकती हैं।

इंडिया टीवी-सीएनएक्स के अनुसार बीआरएस को 31-47, भाजपा को 2-4, कांग्रेस को 63-79 और AIMIM को 5-7 सीटें मिल सकती हैं।

इंडिया टुडे-माई एक्सिस के मुताबिक, तेलंगाना में बीआरएस को 48-58, भाजपा को 5-10, कांग्रेस को 49-56 और अन्य के खाते में 6-8 सीटें जा सकती है।

वैसे इस राज्य में केसीआर का आधिपत्य रहा है, मग़र इस चुनाव में जिस तरह कांग्रेस ने वापसी की है, ऐसे में दिख रहा है कि अब केसीआर की सत्ता हिल सकती है।

मिज़ोरम:-

मिज़ोरम में कुल 40 सीटें हैं यानी बहुमत का आंकड़ा 21 है।

यहां एबीपी-सी वोटर ने कांग्रेस को 2-8, एमएनएफ को 15-21, ZPM को 12-18 और अन्य को 0-5 सीटें दी है।

जन की बात ने यहां पर कांग्रेस को 5-9, एमएनएफ को 10-14, ZPM को 15-25 और भाजपा को 0-2 सीटें देने का ऐलान किया है।

इंडिया टीवी-सीएनएक्स के मुताबिक, यहां पर कांग्रेस को 8-10, एमएनएफ को 14-18, ZPM को 12-16 और भाजपा को 0-2 सीटें मिल सकती हैं। टाइम्स नाउ-ईटीजी के मुताबिक, कांग्रेस को 9-13, एमएनएफ को 14-18, ZPM को 10-14 और भाजपा को 2 सीटें मिल सकती हैं।

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने यहां पर एमएनएफ को 3-7, कांग्रेस को 2-4, ZPM को 28-35, भाजपा को 0-2 सीटें मिलने की संभावना जताई है।

मिज़ोरम में भी त्रिशंकु विधानसभा दिखाई पड़ रही है, जिसमें एमएनएफ और ZPM फिलहाल मुख्य भूमिका में हैं। वहीं कहीं-कहीं पर कांग्रेस भी अपना पांव रख रही है। अब असल में किसकी सरकार बनती है ये तो 3 दिसंबर को मालूम होगा।

अगर आप सभी राज्यों के अलग-अलग एग्ज़िट पोल्स देखेंगे तो लगता है कि अभी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों के पास ख़ुशी मनाने का मौका है। वैसे कल दोपहर तक पता चल ही जायेगा कि जनता का महाप्रसाद किसे और कितना मिला है।