देवघर: चेतना विकास स्वयंसेवी संस्था द्वारा समुदाय आधारित बाल संरक्षण हेतु परामर्श कार्यशाला का आयोजन
चेतना विकास के द्वारा समुदाय आधारित बाल संरक्षण प्रक्रिया के अंतर्गत जिला स्तरीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन रामराज आश्रम में किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बाल संरक्षण तंत्र को बढ़ाने में चुनौतियों और अवसरों के सामूहिक प्रयासों को संबोधित करने के लिए सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठन, मीडिया प्रतिनिधि, जन प्रतिनिधि एवं समुदाय के भावी प्रतिनिधि सहित विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तृत चर्चा करना था।
कार्यशाला में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आई किशोरियों ने बच्चों एवं किशोरों के विकास के लिए शिक्षा का महत्व, स्कुल एवं समुदाय में बच्चों के अनुकूल माहौल की महत्ता एवं समुदाय स्तर पर चुनौतियों को कम करने के लिए माता-पिता एवं समुदाय की भुमिका पर अपनी बात रखी।
कार्यशाला में ICRW की राज्य समन्यविका नसरीन जमाल ने जेंडर व हिंसा एवं शिक्षा एवं बाल संरक्षण के संबंध में राज्य व जिले की स्थिति पर सबका ध्यान आकर्षित किया। कार्यशाला के विचारणीय मुद्दे – बाल-संरक्षण व मिशन वात्सल्य के अंतर्गत समुदाय आधारित बाल संरक्षण प्रथाओं, सीखों, चुनौतियों के बीच सभी की सहभागिता एवं बाल-संरक्षण नीतियों पर अखबारों की नजर थी।
सभा में उपस्थित जिला समाज कल्याण विभाग से रोनू मिश्रा, जिला बाल संरक्षण इकाई से आशुतोष जी, सुषमा जी, जिला बाल कल्याण समिति से कौशल कुमार, देवेंद्र पांडे, पंचायती राज संस्थान से बिंदु मंडल, मुकेश दास, मरियम टुड्डू, योगेंद्र नाथ सेन, शिक्षण संस्थान से आभा मंडल, विभिन्न एन.जी.ओ. से सुशांत पाठक, शीतांशु जी, पशुपति कुमार, मधु कुमारी, कालेश्वर मंडल, प्राणु सिंह, राजेश मिश्रा, खाद्य निगम से अनुराग जी एवं देवघर जिला के सभी मीडिया हाउस से पत्रकार बंधु उपस्थित थे। कार्यशाला के अंत में सभी किशोरियों को प्रमाण-पत्र देकर उनका हौसला वर्धन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में चेतना विकास परिवार के सभी सदस्यों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।