देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर के रोहित ने पारा राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में झारखंड के लिए जीता रजत पदक

दिनांक 30 मार्च को चंडीगढ़ में साई युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पारा ताइक्वांडो प्रतियोगिता में झारखंड के देवघर जिले के रहने वाले रोहित कुमार ने पुउम्से कैटेगरी में रजत पदक प्राप्त किया।

जानकारी हो कि रोहित झारखंड के एकलौता खिलाड़ी रहे जिन्होने पदक पदक जीता है।
बताते चले की रोहित F 33 कैटेगरी के खिलाड़ी है इनका दाहिना हाथ और दाहिना पैर काम नहीं करता है। ये घर में ही यूट्यूब देखकर अभ्यास करते है और कभी कभी देवघर कॉलेज स्तिथ क्लब में संजीव झा से समय समय पर टिप्स लेते रहे वहीं फिटनेस के लिए इंडोर स्टेडियम में बैडमिंटन और जिम भी करते है जो की जिला खेल प्राधिकरण के द्वारा निशुल्क व्यवस्था है। ये बच्चो को अंग्रेजी का ट्यूशन भी पढ़ाते है। इनके पिताजी देवघर एक स्कूल बस के कंडक्टर का कार्य करते है। अब रोहित जल्द अंतराष्ट्रीय स्पर्धा में खेलते हुए दिखेंगे। जिला ओलंपिक संघ के सचिव चंदना झा, गोपा पाठक, संजय मालवीय, सुरेशा नंद झा, वीरेंद्र सिंह, चेतराम श्रृंगारी,आजाद पाठक, मनोज मिश्र, धर्मेंद्र देव, विजय प्रताप सनातन, नवीन शर्मा, आलोक कुमार, कृष्ण कुमार बरनवाल, ज्ञान साही, रितेश केशरी , गिरधारी यादव, विष्णु टुड्डू, विप्लव विश्वास, मयूरी गुप्ता, शिव शंकर सिंह शिबू, कनिष्क कश्यप, सहित जिला ओलंपिक संघ एवम प्राधिकरण के सभी सदस्यों ने बधाई दी।

रोहित के लिए सुनील खवाड़े (अध्यक्ष, जिला ओलंपिक संघ देवघर) ने कहा कि रोहित ने पूरे देवघर को गौरव प्राप्त करने का क्षण हम सब को दिया है, इन्होंने दिखा दिया ये दिव्यांग नही भगवान का वरदान हैं केवल जज्बा होना चाहिए मंजिल अपने आप कदम चूमेगी , ये मेडल जिला के दिव्यांगों के लिए प्रेरणाश्रोत है जो खेल में आना चाहते है, जिला ओलंपिक संघ इनके साथ है और हरसंभव मदद करेगी और सम्मानित भी करेगी।

वहीं आशीष झा ( सचिव, जिला खेल प्राधिकरण देवघर) ने कहा कि मैने 3 वर्ष पहली ही रोहित का खेल के प्रति गजब रुझान देखा था लगातार ये इंडोर स्टेडियम में जिम में आकर पसीना बहाना ये इनका जुनून को दर्शाता था , सबसे बड़ी बात इन्होंने सोशल मीडिया का सही उपयोग किया इसको ही गुरु मानकर घर पर ताइक्वांडो सीखना पारंभ किया, जो आज के युवा पीढ़ी को एक संदेश हैं ।