कोडरमा: ‘सोशल मीडिया बच्चों के लिए वरदान या अभिशाप’ विषय पर डीएवी में हिन्दी डिबेट
डीएवी पब्लिक स्कूल कोडरमा के प्रातःकालीन सभा में सतत विकास प्रक्रिया के अंतर्गत अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा एलकेजी से लेकर दूसरी तक के बच्चों के बीच रेनी डे क्राफ्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा एलकेजी से लेकर कक्षा दूसरी तक के बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने रंग-बिरंगे छाते, इंद्रधनुष, मोर, मेंढक, बादल, वर्षा ,पेड़ -पौधे और धान को अपनी कला के माध्यम से प्रस्तुत किया। जिसमें नर्सरी की अवनी सिन्हा, यूकेजी के प्रीत, कक्षा प्रथम की वाणी, कक्षा दूसरी की अवनी सिन्हा और पृथा वर्णवाल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान कक्षा एलकेजी के अर्शिया अर्णव चौधरी, कक्षा प्रथम के पुनीत कुमार, कक्षा दूसरी के आराधक और हर्षित निराला ने प्राप्त किया। तृतीय स्थान पर कक्षा प्रथम के प्रणव सिन्हा, आरसी वर्णवाल और अलिजा रंजन रही। निर्णायक की भूमिका लक्ष्मी कुमारी ने निभाई। कक्षा तीसरी से पॉंचवी के बीच हुई रेनी डे क्राफ्ट प्रतियोगिता में दयानंद सदन के आर्य अर्णव, रामकृष्ण सदन की समद्रिता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर राजा राममोहन सदन की आरोही गुप्ता रहीं। तृतीय स्थान विवेकानंद सदन की शान्वी सिंह, दयानंद सदन की अर्पिता सिन्हा और आयुषी वर्णवाल ने प्राप्त किया। निर्णायक की भूमिका संगीता जेठवा ने निभाई।कक्षा छठी से आठवीं के बीच वाद- विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय ‘सोशल मीडिया बच्चों के लिए वरदान या अभिशाप’ था। बच्चों ने पक्ष और विपक्ष में जाकर सोशल मीडिया के विषय में अपनी जानकारी और राय प्रस्तुत की। जिसमें प्रथम स्थान विवेकानंद सदन की आभया श्री को प्राप्त हुआ। द्वितीय स्थान राजा राममोहन सदन की श्रेष्ठा मेहता ने प्राप्त किया। तृतीय स्थान पर रामकृष्ण सदन की नेहा कुमारी रहीं। कक्षा नौवीं से बारहवीं के बीच भी वाद -विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय ‘क्या केवल शक्ति और अधिकार से ही पर्यावरण का संरक्षण संभव’ था। जिसमें विवेकानंद सदन के सतीश यादव को प्रथम विजेता घोषित किया गया। द्वितीय विजेता राजा राममोहन सदन की कुमारी प्रियांशी और दयानंद सदन की इशिता यादव को घोषित किया गया। तृतीय विजेता दयानंद सदन की कुमारी श्रेयसी और रामकृष्ण सदन की सृष्टि कुमारी घोषित की गईं। निर्णायक मंडली में अंगद मिश्र और श्वेता सिंह को शामिल किया गया।
विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह नन्हे -मुन्ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा यह बच्चे अत्यंत ही प्रतिभाशाली हैं। अभिभावकों और शिक्षकों के सफल प्रयास से उनकी कल्पना शक्ति, सृजनात्मक शक्ति और सोचने समझने की क्षमता का विकास हो रहा है। विद्यालय बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबंध है। समय-समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के द्वारा उनके मनोबल और आत्मविश्वास में भी उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे विद्यालय परिवार की मुक्तकंठ प्रशंसा की।