देवघर (शहर परिक्रमा)

डॉ. मौमिता देबनाथ को वेक्सो इंडिया ने दी श्रद्धांजलि

डॉ. म़ौमिता देवनाथ के साथ हुए दरिंदगी व निर्मम हत्या से मर्माहत स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान के बैनर तले दीनबन्धु उच्च विद्यालय स्थित रवींद्र सभागार में एक शोक सभा रखी गई थी जिसमें संस्थान के संरक्षक प्रो. रामनन्दन सिंह, केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव, कोलकाता से आई हुई मॉडल पीयू चक्रबर्ती, देवघर प्राइवेट स्कूल एसोशिएशन् के अध्यक्ष डॉ. जय चंद्र राज, दीनबंधु स्कूल के प्रधानाध्यापक काजल कांति सिकदार, संस्कृतकर्मी रमेश झा सहित सेंकड़ों विद्यार्थियों ने एक मिनट मौन रहकर उनकी आत्मा की शांति की कामना की। मौके पर डॉ. प्रदीप ने कहा- मुश्किलों से लड़कर बनी थी डॉक्टर, क्या पता था अपने ही ‘दूसरे घर’ में नोचकर मार डालेंगे दरिंदे। प्रो. सिंह ने कहा- कोलकाता की एक होनहार ट्रेनी डॉक्टर की आरजी मेडिकल कॉलेज में रेप के बाद हत्या कर दी जाती है। एक दर्जी पिता की वह इकलौती बेटी थी। डॉ. राज ने कहा-वह एक पढ़ने-लिखने वाली बच्ची थी। उसने माध्यमिक में 90% और उच्चतर माध्यमिक में 89% अंक प्राप्त किए थे। पीयू चक्रबर्ती ने कहा- मौमिता का सपना गोल्ड मेडल हासिल करने का था। दर्जी पिता ने बेटी को पढ़ाने के लिए दिन-रात मेहनत की। बेटी ने भी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिंदगी भर परिवार ने संघर्ष किया। बेटी ने कोलकाता के घनी आबादी वाले उपनगर सोदेपुर से आरजी कर तक का सफर तय किया। काजल सिकदार ने कहा- आरजी कर को वह अपना दूसरा घर कहती थी। उसने खुद को मरीजों के इलाज में डुबो दिया था। लंबे समय तक काम करने और पढ़ाई-लिखाई में व्यस्त रहने के कारण उसे सोने के लिए भी समय नहीं मिलता था।