इग्नू अध्ययन केंद्र में संस्कृत सप्ताह का हुआ आयोजन
आज दिनांक 25/08/2024 को इग्नू अध्ययन केंद्र कोड 87012 (डॉ जगन्नाथ मिश्रा महाविद्यालय जसीडीह) में “संस्कृत सप्ताह” का आयोजन डॉ सरोज कुमार मिश्र, सहायक निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय कार्यालय, देवघर की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का श्रीगणेश डॉ मिश्र द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। समन्वयक डॉ रामकृष्ण चौधरी द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर डॉ सरोज कुमार मिश्र को सम्मानित किया गया एवं सभी संस्कृत के उपस्थित विद्वानों का अभिवादन किया गया। इस अवसर डॉ श्वेता नरौने द्वारा संस्कृत के महत्व का सांगोपांग वर्णन किया गया। डॉ मुक्तेश्वर मिश्र ने कहा कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी है। भारत की सांस्कृतिक पहचान अगर पूरी दुनिया में है तो उनमें से एक संस्कृत भाषा भी है जिसे हम देव भाषा भी कहते हैं। डॉ गौतम राजहंस ने कहा कि संस्कृत की उत्पत्ति भगवान ब्रह्मा से उत्पन्न है।वेदों की रचना इसी भाषा में की गई है क्योंकि यह शुद्धता का भी प्रमाण है। शुभा देवी मेमोरियल ट्रस्ट के निदेशक श्री हिमांशु देव ने इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार को संस्कृत सप्ताह आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर इग्नू अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ रामकृष्ण चौधरी ने कहा कि संस्कृत भाषा हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सिख धर्म में संचार का पारंपरिक साधन रही है।
इग्नू अध्ययन केंद्र के सहायक समन्वयक प्रो अनन्त कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत की मातृ भूमि कई प्रजातियों की जन्मदात्री रही है और संस्कृत यूरोपीय भाषाओं की जननी थी इस प्रकार संस्कृत भाषा के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। संस्कृत कंप्यूटर की कोडिंग के लिए सबसे उपयुक्त भाषा है।
अंत में सभी विद्वानों एवं आगुंतुकों का धन्यवाद करते हुए संस्कृत सप्ताह के अवसर पर शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर डॉ शंकर मोहन झा, अनिल कुमार मिश्र, डॉ किरण पाठक, डॉ विनोद कुमार शर्मा, राम रूप मिश्रा, भावना भारती एवं मनोज कुमार दास इत्यादि उपस्थित थे।