देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर में लगातार पाए जा रहे डेंगू मरीज

दिनांक 20.9.2024 को एम्स देवघर में कुल 26 सैंपल डेंगू चिकनगुनिया एलिसा जांच हेतु भेजा गया था जिसका परिणाम आज दिनांक 21.9.2024 को उपलब्ध कराया गया। जिसमें देवघर जिला के 11 डेंगू धनात्मक एवं चार चिकनगुनिया धनात्मक पाए गए तथा बिहार राज्य के चार डेंगू एवं एक चिकनगुनिया धनात्मक पाए गए।
देवघर जिला अंतर्गत के जसीडीह क्षेत्र से कुल 5 डेंगू धनात्मक (4M + 1F), देवघर शहरी क्षेत्र से तीन (2M + 1F) एवं करौं से भी तीन डेंगू धनात्मक (2M + 1F) पाए गए। उन्हीं में से ही जसीडीह के दो (1M + 1F), देवघर शहरी क्षेत्र के एक पुरुष एवं करौं के एक पुरुष चिकनगुनिया धनात्मक भी पाए गए, अर्थात कुल 04 रोगी सहसंक्रमित (डेंगू एवं चिकनगुनिया धनात्मक) पाए गए।

शेष चार रोगी बिहार राज्य के जमुई जिला से तीन पुरुष डेंगू धनात्मक तथा बांका जिला के एक पुरुष डेंगू चिकनगुनिया सहसंक्रमित धनात्मक पाए गए।

देवघर जिला में अब तक 239 जांच किया जा चुका है। जिसमें से 39 डेंगू धनात्मक तथा 11 चिकनगुनिया धनात्मक पाए गए हैं। उसी में से 8 सहसंक्रमित (डेंगू-चिकनगुनिया धनात्मक) पाए गए। उपरोक्त में से देवघर जिला के 35 डेंगू धनात्मक एवं 04 चिकनगुनिया धनात्मक तथा अन्य राज्य एव जिला के 09 डेंगू धनात्मक तथा 02 चिकनगुनिया धनात्मक है।

देवघर जिलांतर्गत के पाए गए अथवा चिन्हित किए गए सभी डेंगू चिकनीयूनिया के संभावित एवं धनात्मक रोगियों के घर तथा आसपास में स्वास्थ्य विभाग, जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र, देवघर द्वारा डेंगू चिकनीयूनिया रोधी निरोधात्मक कार्रवाई के तहत जन जागरूकता के साथ मच्छरों के प्रजनन स्थलों की पहचान कर उसे नष्ट करना और लोगों को सप्ताह में एक दिन ऐसा करने के लिए प्रेरित करने के साथ लार्वानाशी दवा का छिड़काव, फॉगिंग और कंटेनर सर्वे आदि का कार्य किया जा रहा है।

इस दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्र अंतर्गत 13255 से ज्यादा घरों का सर्वे के दौरान लगभग 34596 कंटेनर्स की जांच किया गया। जिसमें से 3912 घरों को संक्रमित पाया गया। जिसमें से मच्छरों के लार्वा और प्यूपा की पहचान कर उन्हें नष्ट किया गया। साथ ही लोगों को अपने घर तथा आसपास में कहीं भी जल जवाब नहीं होने देने या करने के लिए जागरूक किया गया। इसके लिए देवघर जिला शहरी क्षेत्र में कुल छ: कम्युनिटी वालंटियर्स एवं पांच फाइलेरिया यूनिट के कर्मियों को लगाया गया है। साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत एमपीडब्ल्यू एवं सहिया को डेंगू चिकनगुनिया रोधी निरोधात्मक सर्जन जागरूकता कार्य में लगाया गया।