झारखंड प्रांत का निर्माण जिस उद्देश्य से हुआ वह धरातल पर नहीं दिख रहा है: रामकृष्ण हेंब्रम
दुमका: जामा विधानसभा चुनाव में कई राजनीतिक दलों के प्रत्याशी रेस में नजर आ रहे हैं। इधर जेएमएम से बागी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रामकृष्ण हेम्ब्रम भी बांसुरी छाप पर दांव आजमाने के लिये चुनाव मैदान में उतर गये है। और लगातार प्रचार प्रसार करते हुए अपने कुनबा को बड़ा करने का कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। दिन में गांव गांव घूमकर जहां प्रचार प्रसार कर रहे हैं। वहीं रात में रात्रि चौपाल की मदद से वोटरों को रिझाने में लगे हुए हैं।
प्रत्याशी रामकृष्ण हेम्ब्रम से बात करने पर उन्होंने बताया कि झारखंड प्रांत का निर्माण जिस उद्देश्य से हुआ है वह कहीं धरातल पर दिख नहीं रहा है। युवा बेरोजगार बैठे हैं। मजदूरों का लगातार पलायन हो रहा है। जो गंभीर मुद्दा है। इन सभी बिंदुओं पर कार्य करने की जरूरत है। अगर जनता हमें जामा के विधायक के रूप में चुनती है तो बेरोजगारी एवं पलायन मुख्य मुद्दा होगा। उन्होंने शनिवार को खटंगी, जरजोखा, मधुवन, शिकारपुर, मुर्गाबनी आदि गांव का दौरा कर लोगों को बांसुरी छाप पर वोट देने के लिये प्रेरित किया।
मौके पर मुखिया मुकेश गृही, सुनीता मरांडी, कमीशन सोरेन, इस्लाम टुडू, चंद्रमोहन हांसदा, उमेश मरांडी, कालीचरण मुर्मू, अजित राय, विजय यादव सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।
संवाददाता: बीरबल कुमार दर्वे