“नोटबदली से नोटबंदी” पुस्तक पर चर्चा गोष्ठी का आयोजन 19 जनवरी को
भारत के आर्थिक महाशक्ति बनने की संकल्पयात्रा एवं उपलब्धियां ” पुस्तक पर इंडियन इकोनॉमिक्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रो नागेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में कल रविवार 19 जनवरी 2025 को समाजबाड़ी देवघर में दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक चर्चा गोष्ठी का आयोजन हो रहा है। इसमें देवघर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अखिलेश तिवारी , सत्संग महाविद्यालय के प्राचार्य श्री त्रिपुरारी प्रसाद सिंह, रमा देवी बाजला महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सुचिता कुमारी और भारत विकास परिषद वैद्यनाथ धाम शाखा की अध्यक्ष डॉ राखी रानी विश्व संवाद केंद्र मुम्बई के शोध प्रमुख रहे राजेश झा द्वारा लिखित उपरोक्त पुस्तक पर बातचीत करेंगे।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की गवर्नर लीसा डी कुक, विख्यात आर्थिक इतिहासकार विलियम डेलरिंपल , एंबिट फाइनेंशियल सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर तथा भारत आर्थिक परिषद के सचिव डॉ सिद्धार्थ रस्तोगी सहित देश विदेश के अनेक लब्ध प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों ने इस पुस्तक की भूरि भूरि प्रशंसा की है।
इस पुस्तकों लिखने के लिए राजेश झा ने रतन टाटा , मुकेश अंबानी, कुमारमंगलम बिरला, राकेश झुनझुनवाला, उदय कोटक जैसे उद्योगपतियों के साथ साथ डॉ सुब्रह्मण्यन स्वामी, डॉ मनमोहन सिंह जैसे महान अर्थशास्त्रियों से भी बातचीत की है और इनको पुस्तक के अलग खंड में स्थान दिया गया है जिससे पाठक उनके योगदानों को भी रेखांकित कर सकें।
इस चर्चा गोष्ठी में महानगर के सभी महाविद्यालयों में अर्थशास्त्र के प्राध्यापक तथा विद्यार्थियों के भी भाग लेने की आशा है।
राजेश झा द्वारा लिखित पुस्तक “नोटबदली से नोटबंदी: भारत के आर्थिक महाशक्ति बनने की संकल्प यात्रा एवं उपलब्धियां ” देश में नोटबंदी के पहले तथा बाद के सात वर्षों में उद्योग व्यापार तथा सामान्य लोगों के जनजीवन पर प्रामाणिक आंकड़ों के आधार पर बात करती है। प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए भी यह एक आवश्यक पुस्तक है जिसे डॉ सिद्धार्थ रस्तोगी ने “भारतीय अर्थशास्त्र का उपनिषद” की संज्ञा दी है।