ईसीएल और श्रील फाउंडेशन दे रही कांवरियों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा
विश्वव्यापी श्रावणी मेले में लाखों कांवरिया बाबा भोलेनाथ को जलार्पण करने 105 कि.मी. की पैदल यात्रा करके सुल्तानगंज से देवघर आते हैं, कांवरिया पथ में लाखों लोग और सैकड़ों संस्थाएं दिन-रात कांवरियों की सेवा में लगे रहते हैं। श्रील फाउंडेशन के सचिव राकेश वर्मा ने बताया कि पहली बार विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ईसीएल ने भी कांवरियों को भरपूर सेवा देने का संकल्प लिया जिसका पूर्णतया संचालन CSR योजना के तहत श्रील फाउंडेशन कर रही है।
बिहार-झारखंड बॉर्डर दुम्मा के पास स्थित इस सेवा शिविर में सभी सेवाएं पूर्णतया निःशुल्क है। ईसीएल और श्रील फाउंडेशन द्वारा कांवरियों की सेवा में बड़े पैमाने पे चलाए जा रहे निःशुल्क चिकित्सा शिविर में प्रति दिन सैंकड़ो श्रद्धालु सेवा ग्रहण कर रहे हैं, यहां कई चिकित्सक, जीएनएम, एएनएम और अनेकों सेवक-सेविकाओं की टीम के द्वारा कांवरियों को स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है, शिविर में दवा,मलहम-पट्टी के अलावे एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध है।
यहां सभी कांवरियों के लिए चौबीसों घंटे प्राथमिक चिकित्सा सेवा के साथ पेयजल, शरबत, चाय, फलाहार, पांव सेंकने के लिए गर्म पानी, शौचालय, स्नानागार, एवं विश्राम आदि की सुविधा उपलब्ध है, यह बीस दिवसीय सेवा 30 अगस्त तक निरंतर जारी रहेगी।
ईसीएल और श्रील फाउंडेशन द्वारा संचालित सेवा शिविर में एस.पी.माइंस, चित्रा के जेनरल मैनेजर अशोक कुमार आनंद का सपत्नीक आगमन हुआ। साथ ही एजेंट राम सुभाष चौधरी, एपीएम, डॉ.एल.एन.गगरई, दिवाकर सिंह, निशांत राय के अलावे सीसीएल के अनेकों वरिष्ठ अधिकारी व श्रील के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व कोषाध्यक्ष सहित सभी सदस्यों का आगमन हुआ। सभी आगंतुकों ने श्रील फाउंडेशन और उनके समन्वयक राज वर्मा के सेवा कार्यों की भरपूर सराहना करते हुए बताया कि अगली बार सेवा शिविर को और भी भव्य रूप दिया जाएगा।