जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में अफीम की खेती पर दुमका पुलिस का बड़ा एक्सन
जामा प्रखंड के घाघरा एवं गणेशडीह गांव में बड़े पैमाने पर की जा रही थी अफीम की खेती, पुलिस ने किया नष्ट
जामा थाना क्षेत्र के दो गांवों में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की जा रही थी। जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में मंगलवार को पुलिस ने दोनों गांवों में छापेमारी कर अफीम के पौधों को नष्ट कर दिया। मिली जानकरी के अनुसार घाघरा गांव में तीन स्थानों पर कहीं 10 कट्ठे तो कहीं 15 कट्ठे जमीन पर अवैध तरीके से अफीम की खेती की जा रही थी। वहीं गणेश डंगाल गांव में करीब चार स्थानों में अफीम की खेती की जा रही थी। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अफीम के पौधों को नष्ट कर दिया है। गांव में घर की बाड़ी में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती होने की सूचना पुलिस को मिली थी।
छिपा कर की जा रही थी अफीम की खेती
अफीम के पौधों पर किसी की नजर ना पड़े,इसके लिए बाड़ी की घेराबंदी प्लास्टिक और बोरे व चारदीवारी से की गई थी। कम समय में अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से किसान अफीम की खेती कर रहे थे। कुछ किसान मान रहे थे कि वह पोस्ता की खेती कर रहे हैं। मामले में एसडीपीओ जरमुंडी संतोष कुमार ने बताया कि घाघरा व गणेश डंगाल गांव में करीब 8 से 10 स्थानों में कहीं 10 कट्ठे तो कहीं 15 कट्ठे जमीन पर अफीम की खेती हो रही थी। ऐसी सूचना मिलते ही दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बलों ने गांव पहुंचकर अवैध रूप से की जा रही अफीम की खेती को नष्ट किया। समाचार लिखे जाने तक कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही थी।
मौके पर टीम में दंडाधिकारी विकास मिश्रा, प्रशिक्षु डीएसपी सह थाना प्रभारी मसलिया, आकाश भारद्वाज, थाना प्रभारी जामा अजीत कुमार, एसआई उमेश सिंकू समेत कई पदाधिकारी व पुलिस बल इस कार्रवाई में शामिल रहे।
रिपोर्ट- बीरबल कुमार दर्वे