विज्ञापन व होर्डिंग शुल्क वसूली तथा अपार्टमेंट में नए फ्लैट के होल्डिंग टैक्स की शिकायतों पर संप चैंबर ने नगर आयुक्त के साथ किया बैठक
आज संताल परगना चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, देवघर का एक प्रतिनिधिमंडल व्यापारियों के विभिन्न समस्याओं को लेकर नगर आयुक्त देवघर श्री योगेंद्र प्रसाद से उनके कार्यालय कक्ष में मिला। इसमें मुख्य रूप से विज्ञापन एवं होल्डिंग वसूली में मिल रही शिकायतों पर चर्चा की गई। चैंबर ने मांग किया कि विज्ञापन एवं होर्डिंग के लिए नियुक्त कार्यकारी संवेदक, उसकी समयावधि, निर्धारित विज्ञापन दर, अनुमोदित रसीद और नियमावली की पूरी जानकारी को सार्वजनिक किया जाए ताकि संवेदक और व्यवसायियों के बीच तनाव की स्थिति ना हो तथा संवेदक भी अनावश्यक वसूली ना कर सके। इस पर नगर आयुक्त ने तत्काल टैक्स दारोगा जयशंकर साह को बुलाकर निदेश दिया कि यथाशीघ्र इन शिकायतों के समाधान के लिए उचित कार्रवाई करें।
एपार्टमेंट एवं फ्लैट में होल्डिंग की शिकायतों पर नगर आयुक्त को बताया गया कि नए फ्लैटों की होल्डिंग में भी 2016-17 से ही टैक्स का एसेसमेंट कार्यकारी संवेदक एसपीएस द्वारा डिमांड की जा रही है जो कि गलत है। इस पर नगर आयुक्त ने बताया कि यदि अपार्टमेंट्स का होल्डिंग पूर्व से दिया जा रहा होगा और उसे प्रस्तुत किया जाएगा तो नए फ्लैट पर रजिस्ट्रेशन की तिथि से ही होल्डिंग लिया जाएगा। ऐसी कोई शिकायत हो तो लिखित दें, इस पर तुरंत कारवाई की जाएगी और एसपीएस एजेंसी को भी यह निर्देश दे दिया जाएगा।
मौजा श्यामगंज, रांगा मोड़, झौसागढ़ी तथा कुछ अन्य स्थानों में लगान रसीद नहीं कटने के कारण नक्शा पास निगम द्वारा नहीं किये जाने अथवा पेंडिंग रखने की शिकायत पर नगर आयुक्त ने कहा कि चुनाव के बाद देवघर सीओ से बात कर आवश्यक निदान निकाला जाएगा। चेंबर अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने बताया कि आमचुनाव संपन्न होने के बाद चेंबर इस मुद्दे पर माननीय उपायुक्त से भी मिलकर उचित मार्गदर्शन लेगी।
मदरसा ग्राउंड के बेहतर उपयोग, टोटो परिचालन तथा फुटपाथ वेंडिंग जोन के विकल्प आदि मुद्दों पर नगर आयुक्त योगेंद्र प्रसाद ने चेंबर को आश्वस्त किया कि वह 6 जून को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद चेंबर के साथ एक विशेष बैठक कर देवघर को सुंदर, स्वच्छ बनाने और बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था बहाल करने के लिए सलाह मशविरा किया जाएगा। उन्होंने चेंबर से यह भी आग्रह किया कि व्यवसायी और नर्सिंग होम संचालक अपने प्रतिष्ठानों के कूड़ा कचरा को निर्धारित डस्टबिन में ही डालें और यत्र तत्र न फेंके। निगम की भी अपनी सीमा है और एक बार जब निगम के सफाई कर्मी कचरा का उठाव कर लेते हैं उसके बाद कचरा निर्धारित डस्टबिन में ही डालें ताकि उसे दूसरे दिन उठाया जा सके और शहर में यत्र तत्र गंदगी ना दिखे। उन्होंने इस मुद्दे पर चैंबर से भी सहयोग मांगा तथा कहा कि चुनाव के बाद चेंबर और आईएमए की संयुक्त बैठक कर उस पर जागरूकता और उचित अनुपालन की कोशिश की जाएगी। चैंबर प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष आलोक मल्लिक, पूर्व अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शर्मा, महासचिव रितेश टिबरेवाल, कार्यकारिणी सदस्य संजय बंका तथा जीत राजपाल मौजूद थे।