देवघर: बिधान चंद्र राय की 142 वीं जयंती पर स्थानीय चिकित्सकों को दिया गया ‘बिधान राय मोमेंटो’
कल देवघर ऐम्स में सात चिकित्सकों का होगा अलंकरण
डॉ॰ बिधान चंद्र राय चिकित्सक तथा स्वतंत्रता सेनानी थे। उनके जन्मदिन 1 जुलाई को भारत मे ‘चिकित्सक दिवस’ के रूप मे मनाया जाता है। स्थानीय साइंस एंड मैथेमेटिक्स डेवेलोपमेंट आर्गेनाईजेशन तथा विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान के युग्म बैनर तले साप्ताहिक राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत आज कुछेक स्थानीय चिकित्सकों को बिधान राय मोमेंटो प्रदान किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ. रवींद्र चौरसिया, डॉ. निशांत चौरसिया एवं डॉ. शीबा जैकब, डॉ. राहुल चौरसिया एवं डॉ. स्मारिका भतेजा, सिविल सर्जन डॉ. रंजन सिन्हा, डॉ. मंजु बैंकर एवं डॉ. जी. पी. बर्णवाल, दंत चिकित्सक राकेश रंजन, डॉ. दीक्षा भारती एवं डॉ. हर्ष आर्यन, डॉ. आर. एन. प्रसाद व डॉ. अमित कुमार, डॉ. नारायण दास एवं डॉ. राजीव कुमार. को विवेकानंद संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष सह साइंस आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव एवं संरक्षक सह साइंस फॉर सोसाइटी, देवघर के अध्यक्ष प्रो. रामनंदन सिंह के करकमलों से प्रदान किया गया।
मौके पर डॉ. प्रदीप ने कहा- बिधान रॉय को आधुनिक पश्चिम बंगाल का निर्माता माना जाता है। वे एक महान विभूति थे। एक वरिष्ठ चिकित्सक, शिक्षाशास्त्री, स्वतंत्रता सेनानी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता और आजाद हिन्दुस्तान में पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में एक नामचीन हस्ताक्षर थे। उनका स्पष्ट विचार था कि वास्तव में अंतर्प्रांतीय विवादों का कोई वास्तविक आधार नहीं है। उन्होंने साबित कर दिया कि व्यक्ति वंश, जात, रंग, रूप आदि से चलते नहीं, बल्कि अपने सद्गुणों के चलते आदर पाता है। प्रो. रामनंदन ने कहा- गरीबी और बीमारी के साथ जीवन भर संघर्ष करते हुए वह कभी निराश या उदास नहीं हुए। पत्रकारिता में उनकी रुचि अखबारों और समाचार एजेंसियों को प्रोत्साहन देने तक सीमित नहीं थी। उनके उपकुलपति काल में ही सन् 1941 में पत्रकारिता की पाठ्यक्रम के रूप में शुरुआत हुई। वे भारतीय पत्रकार संघ के अध्यक्ष थे और मुख्यमंत्री बनकर भी उन्होंने अपनी यह सदस्यता जारी रखी।