देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: वेक्सो इंडिया ने साईकिल से चार धाम क़ी यात्रा करने वाले निखिल फलाहारी का किया सम्मान

स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान तथा योगमाया मानवोत्थान ट्रस्ट के युग्म बैनर तले स्थानीय होटल न्यू ग्रैंड स्थित सिद्धिविनायक बैंक्वेट हॉल के भव्य सभागार में बारह ज्योतिर्लिंग की यात्रा, साईकिल से करने वाले निखिल फलाहारी को विश्व भारती विश्वविद्यालय, शांति निकेतन के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. सुभाष चंद्र राय, मैत्रेया स्कूल की प्राचार्या विनीता मिश्रा, देवघर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रवि केशरी, साइंस आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय सचिव, आईकन ऑफ झारखण्ड पुरस्कार विजेता डॉ. जय चन्द्र राज, विवेकानंद संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव, संरक्षक प्रो. रामनंदन सिंह व अन्य अतिथियों के करकमलों से मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

ज्ञात हो कि निखिल ने 25 अक्टूबर 2023 को बाबा धाम से यात्रा शुरू किया था। उसके बाद जगन्नाथ पुरी धाम वहां से विशाखापट्टनम विजयवाड़ा होते हुए मल्लिकार्जुन का दर्शन करते हुए बेंगलुरु के रास्ते से तमिलनाडु के कोयंबटूर, कोयंबटूर से मदुरई रामनाथपुरम होते हुए रामेश्वरम, रामेश्वरम से धनुषकोडी जहां श्री रामचंद्र जी ने राम सेतु पुल का निर्माण किया था वहां से फिर उन्होंने केरला पद्मा स्वामी का टेंपल, फिर वहां से कोच्चि, कोच्चि से पायानूर मुर्देश्वर उडुपी उडुपी से गोकर्ण हुबली होते हुए महाराष्ट्र के कोल्हापुर, वहां से पुणे, पुणे से शिरडी साइन बाबा का दर्शन करने के बाद घृष्णेश्वर महादेव त्रयंबकेश्वर, वहां से मध्य प्रदेश का ओंकारेश्वर उज्जैन महाकालेश्वर होते हुए गुजरात के बड़ोदरा सोमनाथ द्वारकाधीश नागेश्वर, फिर जामनगर राजकोट चोटिला होते हुए अहमदाबाद, अहमदाबाद से राजस्थान उदयपुर खाटू श्याम जयपुर होते हुए नई दिल्ली, दिल्ली से मेरठ मेरठ से हरिद्वार, हरिद्वार से केदारनाथ बद्रीनाथ वापस हरिद्वार लखनऊ के रास्ते होते हुए अयोध्या श्री राम जी का दर्शन करने के बाद काशी विश्वनाथ वाराणसी बनारस से पटना के रास्ते होते हुए बाबा धाम देवघर तक कुल 7 महीना 23 दिन में यह यात्रा उन्होंने साईकिल से पूरा किया। 12 ज्योतिर्लिंग एवं चार धामों की यह यात्रा, निखिल की दूसरी बार थी। इसके पहले उन्होंने सन् 2021 में की थी जो उन्होंने 8 महीना 15 दिनों में पूरा की थी। मौके पर डॉ. प्रदीप ने कहा- ऐसा कठिन कार्य, बाबा भोले की कृपा के बिना संभव नहीं। निखिल सिर्फ देवघर की ही नहीं, पूरे राष्ट्र की शान है।