बच्चों के पठन-पाठन में किसी भी स्थिति में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: दुमका उपायुक्त
दुमका: शहर के कन्वेंशन सेंटर में शनिवार को जिला स्तरीय स्कूल रुआर कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने किया। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक योग्यता और प्रतिभा मे आगे हैं। उन्हें बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। शिक्षक बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कराएं।विद्यालय में बच्चो की उपस्थिति और परिणाम बेहतर रहे यह हमारा पहला दायित्व हो।
उपायुक्त ने कहा कि बच्चों के पठन पाठन में किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नही किया जाएगा जिन विद्यालयो की उपस्थिति और परिणाम खराब होगा उन्हें चिन्हित करते हुए कार्रवाई भी की जाएगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आगंतुक अतिथियों के स्वागत संबोधन में कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि 18 जुलाई को सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय कार्यशाला आयोजित किया जाएगा। उसके बाद 16से 31जुलाई तक विधालय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम किया जायेगा। सभी कर्मी इसे गंभीरता से लेते हुए पूरा कराएंगे।
क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी अनुराग मिंज ने शिक्षकों को कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रेरित किया। जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि अभी भी हमारे जिले में 10से 20 प्रतिशत बच्चें छीजीत हो रहे हैं। उन्हें वापस लाने का प्रयास करना है। इस कार्य में सामाजिक कार्यकर्ताओ का सहयोग लिया जाना है।
इस अवसर पर उपायुक्त द्वारा राज्य स्तरीय टीएलएम मेला में पुरस्कृत शिक्षको का भी सम्मान किया गया। रांची में आयोजित राज्य स्तरीय टीएलएम मेला में इस वर्ष दुमका को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। तकनिकी सत्र में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कैलाश पति पातर अमिताभ झा एस्थर मुर्मू तथा अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुमंत कुमार मनोज कुमार अंबस्ट ने संबोधित किया।
इस अवसर पर कई वीडियो का भी प्रस्तुतिकरण किया गया। इस कार्य कार्यशाला में सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी संकुल साधन सेवी जनप्रतिनिधि तथा विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक एवम छात्र उपस्थित रहे।
मसलिया कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं ने लोटा पानी के द्वारा आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया गया।
रिपोर्ट- आलोक रंजन