देवघर: संप चैंबर ऑफ कॉमर्स ने श्रावणी मेला में स्थायी व्यापार को हो रहे नुकसान पर जताई चिंता
13 जुलाई को देर शाम संताल परगना चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, देवघर के कार्यकारिणी की नियमित मासिक बैठक हुई। बैठक में सभी सदस्यों ने पिछले कुछ वर्षों से श्रावणी मेला में देवघर के स्थानीय और स्थायी व्यापार को लगातार हो रहे नुकसान पर गंभीर चिंता व्यक्त किया। होटल व्यवसाय श्रद्धालुओं और यात्रियों की आस जोटती रह जाती है। सदस्यों की एक राय थी कि छोटी गाड़ियों का शहर में प्रवेश निषेध होने तथा तीर्थ यात्रियों की गाड़ियों का भी शहर से काफी दूर अस्थाई स्टैंड बनाने के कारण लगातार देवघर की स्थानीय बाजार व्यवस्था कमजोर होती जा रही है। इससे देवघर के स्थानीय दुकानदार, होटल, पेड़ा व्यवसायी, सभी छोटे और फुटकर विक्रेता सहित तीर्थ पुरोहित भी प्रभावित हो रहे हैं। मेला पूरी तरह किसी खास क्षेत्र और शहर से बाहर खिसकती जा रही है। श्रावणी मेला में स्थानीय बाजार की रौनक खत्म होती जा रही है। ऐसे में चैंबर ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि श्रावणी मेला की व्यवस्था और परिवर्तित की जा सकने वाली ट्रैफिक व्यवस्था के संबंध में विभिन्न सुझावों के साथ उपायुक्त देवघर के साथ एक बैठक किया जाए। उन्हें बेहतर और व्यापार उन्मुख सुझावों से आवश्यक परिवर्तन करने को राजी किया जाए।
इस बैठक में महासचिव रितेश टिबरेवाल, उपाध्यक्ष जितेश राजपाल एवं पीयूष जायसवाल, संयुक्त सचिव पंकज सुल्तानियां, कोषाध्यक्ष प्रिंस सिंघल, पूर्व अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शर्मा एवं कार्यकारिणी सदस्य संजय मालवीय, संजय बंका, उमेश राजपाल, लक्ष्मण पटेल, महेश कुमार लाठ उपस्थित थे।