देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: संप चैंबर बिजली दर में प्रस्तावित वृद्धि का सख्त विरोध करेगी

आज देर शाम संताल परगना चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, देवघर के कार्यसमिति की बैठक अध्यक्ष आलोक मल्लिक की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में कार्यसमिति ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा किया तथा आवश्यक निर्णय लिया। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा नियामक आयोग को पेश बिजली दर में प्रस्तावित अप्रत्याशित वृद्धि लगभग 9.50 रुपए प्रति यूनिट का चैंबर ने सख्त विरोध करने का निर्णय लिया।सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस महीने के अंत में झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा देवघर में हो रहे जनसुनवाई में चेंबर के अधिकारी और सदस्य भाग लेकर भारी विरोध दर्ज कराएगी। प्रस्तावित वृद्धि के विरोध में तथ्यात्मक और तकनीकी खामियों को तर्कसंगत ढंग से प्रस्तुत कर ज्ञापन भी दिया जाएगा ताकि आयोग को प्रस्तावित वृद्धि के विरुद्ध फैसला लेने में सुविधा हो।

बैठक में चेंबर अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने 7 अगस्त को रांची में एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव के साथ आहूत बैठक में उपाध्यक्ष निरंजन सिंह के साथ भाग लेने और उसकी कार्रवाई की जानकारी दिया। झारखंड के प्रमुख चैंबर और औद्योगिक संगठनों से एमएसएमई फीडबैक ले रही थी। अध्यक्ष ने अपने फीडबैक में एमएसएमई उद्यमियों के लिए सभी जिलों में जमीन की जगह पूर्वनिर्मित शेड आवंटित करने की सलाह दी। इसके लिए प्रत्येक जिले में 2000, 5000, 10000 और 20000 वर्ग फीट के शेड निर्माण कर एमएसएमई डेडीकेटेड इंडस्ट्रियल एरिया बनाने की जरूरत बताई। उन्होंने एमएसएमई सचिव का ध्यान पीएसयू और अन्य सरकारी संस्थानों में स्थानीय एमएसएमई को प्राथमिकता की जरूरत बताई। कहा गया कि पॉलिसी के अंतर्गत एमएसएमई को मिलने वाली प्राथमिकता में पहले स्थानीय जिले, फिर स्थानीय राज्य और उसके बाद देश के किसी हिस्से के उद्यमियों को प्राथमिकता के आधार पर वर्क आर्डर मिले। इसके साथ ही एमएसएमई उद्यमियों को वर्क ऑर्डर के विरुद्ध 60% अग्रिम भुगतान तथा विलंब से किए जाने वाले भुगतान को ब्याज सहित भुगतान करने का प्रावधान निर्धारित करने की आवश्यकता बताई गई। छोटे शहरों में एमएसएमई के प्रोत्साहन के लिए मशीनों की प्रदर्शनी, मेला और वर्कशॉप की जरूरत की ओर भी सचिव को ध्यान दिलाया गया। वहीं उपाध्यक्ष निरंजन सिंह ने एमएसएमई को आवंटित जमीन को 30 वर्ष के लीज की जगह फ्री होल्ड करने की जरूरत बताई ताकि उद्यमियों को आवंटित जमीन पर मन मुताबिक उद्यम स्थापित करने में बेवजह कार्यालय के चक्कर और कंप्लायंस से मुक्ति मिल सके।

रांची में एमएसएमई की बैठक के बाद संप चैंबर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने झारखंड सरकार के उद्योग सचिव श्री प्रवीण टोप्पो, उद्योग निदेशक श्री सुशांत गौरव और नगर विकास सचिव एवं मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल से भी भेंट किया। उद्योग सचिव से जियाडा संताल परगना के क्षेत्रीय निदेशक के पदस्थापना की मांग किया।
नगर विकास सचिव से देवघर में विकास के कई योजनाओं पर चर्चा की गई। श्री अरवा राजकमल ने सलाह दिया की चेंबर विभिन्न योजनाओं पर अपनी रिपोर्ट को ज्ञापन बनाकर प्रेषित करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे इसी महीने देवघर आकर इन योजनाओं पर चर्चा करेंगे और उपयुक्त निर्णय लेंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि सोमवार को एक विस्तृत ज्ञापन नगर विकास सचिव को प्रेषित की जाएगी।
बैठक में भू राजस्व से संबंधित कार्यों लगान रसीद, म्यूटेशन और एलपीसी में विभागीय अनियमितता और उदासीनता पर चिंता जताया गया। हाल ही में उपायुक्त की पहल पर सभी प्रखंडों में लगाए गए कैंप और आवेदनों के निष्पादन के मुद्दे पर श्रावणी मेला के बाद उपायुक्त से मिलकर उपयुक्त करवाई की मांग करेगी।
होटल एवं रेस्टोरेंट सहित व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से कचरा उठाव में आ रही समस्याओं पर भी चर्चा हुई। कचरा उठाव करने वाली एजेंसी एमएसडब्ल्यू को ही श्रावणी मेला का सफाई कार्य देने के कारण शहर में कचरा उठाव की हालत और भी खराब हो गई है। चैंबर ने नगर आयुक्त से इस पर उचित संज्ञान लेकर कचरा उठाव की स्थिति को सुधारने की मांग की।
उधर लक्ष्मी बाजार और गणेश बाजार सहित बाजार में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन को मजबूत रखने के लिए छोटे मालवाहक वाहनों की आवाजाही पर बेवजह रोक और पुलिस बल द्वारा सख्ती बरतने की कारवाई पर अपेक्षित ढील देने की मांग की गई। मेला में खाद्यान्न सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित नहीं हो, इसके लिए छोटे मालवाहक वाहनों को आवश्यकतानुसार परिचालन करने की अनुमति देने तथा पुलिसिया कार्रवाई को नियंत्रित करने की सक्षम पदाधिकारियों से मांग की गई।
एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए अक्टूबर में चैंबर की आमसभा की बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस आमसभा में कुछ बिजनेस सत्र भी होंगे।

बैठक में महासचिव रितेश टिबरेवाल, उपाध्यक्ष निरंजन कुमार सिंह, संयुक्त सचिव पंकज सुलतानियां, कोषाध्यक्ष प्रिंस सिंघल, पूर्व अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शर्मा, संजय मालवीय, कनिष्क कश्यप, पंकज भालोटिया, लक्ष्मण पटेल आदि उपस्थित थे।