देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: मेधा डेयरी के सेवा शिविर में हुई कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा

बाबा बैद्यनाथधाम की सबसे वृहद आयोजनों मे शीर्ष पर श्रावणी मेला का नाम आता है। श्रावण के महीने मे बैद्यनाथधाम की महत्ता कई गुणा बढ़ जाती है। मान्यता है की काँवर यात्रा से अश्वमेघ यज्ञ करने के समान फल की प्राप्ति होती है, सभी पापों से मुक्ति मिलती है, मनोरथ सिद्ध होते हैं तथा सम्पूर्ण जीवन सुखमय हो जाता है। काँवर यात्रा के दौरान श्रद्धालु बैद्यनाथधाम से 105 की. मी. उत्तर मे सुलतानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा का जल दो पात्रों मे ले इसे काँवर का रूप दे नंगे पाँव बाबाधाम के लिए प्रस्थान करते है। दुरूह पर्वतों और जंगलों को पार करते हुए वे बैद्यनाथधाम पहुँच कर बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का सुल्तानगंज से लाए गंगाजल से अभिषेक करते हैं। दुसह्य काँवर यात्रा के दौरान कांवरियों कई तरह के परेशानियों से गुजरना पड़ता है।
इस दौरान मेधा डेयरी ने अपने सेवा कार्यों में अग्रणी भूमिका और सामाजिक दायित्वों के तहत कांवरियों के कष्ट को बांटने हेतु मेधा डेयरी के कर्मचारियों द्वारा इस वर्ष के सावन के चौथे सोमवारी के ठीक एक दिन पूर्व आज रविवार दिनांक 11 अगस्त को काँवरिया पथ के खिजुरिया में भूतबंगला के समीप एक सेवा शिविर लगाया गया। इस शिविर में कर्मचारियों द्वारा थके-हारे काँवरियों के बीच मुख्य रूप मेधा लस्सी, मेधा पेड़ा, मेधा रावड़ी, फलों एवं पानी का वितरण किया गया।


मेधा सेवा शिविर में मेधा डेयरी की तरफ से मुख्य रूप से मेधा डेयरी देवघर के यूनिट हैड मिलन मिश्रा, प्लांट प्रभारी रवि शंकर पाण्डेय, दुग्ध संकलन प्रभारी कौशलेन्द्र पाण्डेय, उत्पादकता वृद्धि प्रभारी दीपेन्द्र सिंह, चंगुलाल महतो, सुधीर मिश्रा, संतोष, नितेश, कुमार संजीव, विजय कुमार, रूपेश, पन्नालाल, राजेश, महेंद्र प्रसाद, विवेक, इत्यादि लोगों द्वारा शिविर में सेवा प्रदान किया गया।
सेवा के साथ ही मेधा डेयरी बाबा वैद्यनाथ से सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण करने का प्रार्थना करता है।

संवाददाता: अजय संतोषी