देवघर (शहर परिक्रमा)

डीएवी कोडरमा में नेशनल यूथ पार्लियामेंट के तहत युवा संसद का आयोजन


डीएवी पब्लिक स्कूल झुमरी तिलैया, कोडरमा में सीबीएसई द्वारा निर्देशित नेशनल यूथ पार्लियामेंट में बच्चों ने राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में जागरूकता पैदा कर समाज में होने वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से अवगत होना है।बच्चों ने जीवंत संसद का उदाहरण प्रस्तुत किया तथा संसद कैसे चलाई जाती है इसका अभ्यास किया। इस कार्यक्रम में नूहा सफाक, अमीषा सिंह, नंदिनी ने नए सांसद के रूप में शपथ लिया।

प्रश्न काल के दौरान श्रेया भट्ट, उजेसा मंडल, कुमारी श्रेया, संकेत मोदी, अनिकेत कुमार, विजेता बर्नवाल ने रेलवे, एमएसपी ट्रांसपोर्ट, एजुकेशन पर सत्ता पक्ष से विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछ कर उसका जवाब मांगा। सत्ता पक्ष के तरफ से आयुषी कुमारी ने रेलवे, आराध्या ने एग्रीकल्चर, आकांक्षा त्रिवेदी ने एजुकेशन, प्रियांशु ने ट्रांसपोर्ट पर अपना जवाब दिया। सत्ता पक्ष के तरफ से कोचिंग पर बैन लगाने के लिए संसद में चर्चा हुई और कोचिंग पर वैन का विधेयक पास हुआ जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के रूप में सतीश यादव, संस्कृति सिंह, अनीक आर्या, कृतिका, एकजोत, समृद्धि, रुद्र प्रताप, कुमारी प्रियांशी एवं प्रेरणा यादव ने ‘कोचिंग बच्चों के लिए असरदार है’ या नहीं इस पर चर्चा किया। मीडिया के रूप में आयुष राज,आरुष तथा विदेशी चाइनीज प्रतिनिधि के रूप में आयुष कुमार, संसद सचिव आयुष सिंह तथा स्पीकर के रूप में सोनू मोदी ने संसद को संचालित किया।

मौके पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने नेशनल यूथ पार्लियामेंट में बच्चों की सहभागिता एवं संसदीय कार्यवाही के क्रियाकलापों को देखकर अत्यंत प्रभावित हुए। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि विद्यालयों में इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों के अंदर की छिपी एवं दबी हुई प्रतिभा प्रदर्शित होती है। युवा संसद के गठन से युवाओं में नेतृत्व के गुणोंका विकास होता है। यह बच्चों को अपनी पूरी क्षमता का एहसास करने एवं राष्ट्र निर्माण में योगदान करने में सक्षम बनाती है। नेशनल यूथ पार्लियामेंट युवा व्यक्तियों को संसदीय शैली की बहस, चर्चा और निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए एक मंच प्रदान करती है। यह लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने, स्वस्थ आदतों को अपनाने, दूसरों के विचारों को सहन करने और छात्र समुदाय को संसद के कामकाज के बारे में जानने में जागरूकता बढ़ाती है। इससे लोग अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक होते हैं। छात्र समाज में होने वाले विभिन्न मुद्दों पर बहस के द्वारा उनकी कमियों एवं अच्छाइयों को लोगों के सामने उजागर करते हैं। इससे लोगों के अंदर एक सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा होता है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक राय राकेश, दिनेश कुमार दूबे ने बच्चों का दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन किया।