समस्या मुक्त जीने के लिए 13 से 19 सितंबर तक होगा जीवन विद्या परिचय शिविर का आयोजन
देवघर में आगामी 13 सितंबर से 19 सितंबर तक जीवन विद्या परिचय शिविर का आयोजन सेवाधाम, नंदन पहाड़ के निकट किया जा रहा है। इस शिविर का उद्देश्य समाज में शिक्षा के मानवीकरण के अंतर्गत शिक्षा के सार्वभौम एवं सम्पूर्ण विषय वस्तु को स्पष्ट करना और लोगों को एक समाधान-युक्त, क्लेश-मुक्त और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है।
जीवन विद्या एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो अस्तित्व मूलक मानव केंद्रित चिंतन और जिंदगी के हर पहलू में समाधानमूलक दृष्टिकोण को बढ़ावा देती है। इसके माध्यम से यह प्रयास किया जाता है कि शिक्षा केवल अकादमिक ज्ञान तक सीमित न रहे, बल्कि व्यक्ति को एक बेहतर इंसान बनने और अपने जीवन में स्थायी समाधान खोजने के लिए सक्षम बनाए।
शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में श्रीराम नरसिम्हन उपस्थित रहेंगे, जिन्होंने 26 वर्ष पूर्व IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद *मध्यस्थ दर्शन (प्रणेता, ए नागराज) बनाम *जीवन विद्या* के शोध में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे प्रतिभागियों को जीवन विद्या के माध्यम से मानव के अस्तित्व में प्रयोजन एवं लक्ष्य को विवेक सम्मत वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर अवगत कराएंगे।
आज के समय में, शिक्षा पर हर वर्ग का बड़ा खर्च होता है, फिर भी सामाजिक, पारिवारिक और व्यक्तिगत स्तर पर समस्याएं, संघर्ष और क्लेश बढ़ते जा रहे हैं। यह स्थिति बुद्धिजीवियों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रश्न खड़ा करती है। मध्यस्थ दर्शन, इन समस्याओं का समाधान प्रस्तुत कर शिक्षा के मानवीकरण की आवश्यकता पर जोर देता है, जिसे जीवन विद्या कहा जाता है।
जीवन विद्या परिचय शिविर देश के विभिन्न हिस्सों और शैक्षणिक संस्थानों में आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि समाज के हर व्यक्ति को इस ज्ञान से परिचित कराया जा सके। देवघर में आयोजित होने वाले इस शिविर के माध्यम से देवघर परिवार समूह समाज में शिक्षा के मानवीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है।
शिविर में भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी समय पर पंजीकरण करवा सकते हैं और इस अनोखे अवसर का लाभ उठा सकते हैं।