देवघर (शहर परिक्रमा)

कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के मंत्री तथा शिवसेना विधायक का पुतला दहन किया

देवघर: राहुल गांधी पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने को लेकर आज पूरे देश के कांग्रेस में आक्रोश व्याप्त है। इस लेकर भारत सरकार के मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू तथा महाराष्ट्र के शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड का पुतला दहन किया गया। इसी कड़ी में मंगलवार को देवघर जिला कांग्रेस कमिटी द्वारा जिलाध्यक्ष प्रो उदय प्रकाश के अगुवाई में रवनीत सिंह बिट्टू तथा संजय गायकवाड के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला दहन किया तथा इनके साथ केन्द्र सरकार तथा भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की गई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष डॉ मुन्नम संजय ने पुतला दहन करने के पश्चात प्रेस को बताया कि जबसे केंद्र में भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार बनी है,तबसे लोकतंत्र की खुल्लेआम हत्या हो रही है। कांग्रेस नेताओं पर हर तरह से हमला कर परेशान एवं बेइज्जत कर छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। बाबजूद हमारे नेता ओर भी खरे उतर रहे हैं। पुनः इस प्रकार की‌ आपत्तिजनक ब्यान देना काफी निंदनीय है। हम लोग ऐसी प्रवृत्ति तथा आचरण करने वालों की कड़ी निंदा करते हैं तथा मांग करते हैं कि इनके उपर केंद्र सरकार अविलंब अपराधिक मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करें।
जिलाध्यक्ष प्रो उदय प्रकाश विवादित एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने वाले दोनों नेताओं से विरोध प्रदर्शन के दौरान इस्तीफा मांगा और उन्होंने कहा कि ऐसी अमर्यादित तथा आपत्तिजनक ब्यान मोदी जी के मंत्री देते हैं,जो देश के लिए एक ख़तरनाक बोल है। ऐसे बोल बोलने वाले का कहीं न कहीं मोदी जी का संरक्षण प्राप्त है। ऐसी घटिया एवं घृणित राजनीति का हम पुरजोर विरोध करते हैं। हमरी मांग है कि ऐसे मंत्री तथा विधायक को अविलंब बर्खास्त कर उनपर मुकदमा दर्ज करें।

पुतला दहन कार्यक्रम में महासचिव-सह- प्रवक्ता दिनेश कुमार मंडल, नगर अध्यक्ष रवि केशरी, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कुमार राज, महिला जिलाध्यक्ष प्रमिला देवी, नाहिदा सुल्तान, मकसूद आलम, इम्तियाज शेख, राजीव रंजन उर्फ गुलाब यादव, आफताब आलम, कुमार बाबा, चंदन कुमार, प्रितम भारद्वाज, सूरज सिंह, राजन कुमार, उदय कुमार, संतोष दास, विजय दास, सुमित बर्मा, शुभम दास, गौरव सिंह, अंकुर केसरी, भानु प्रताप सिंह, मुस्ताक, राहुल राज, बृजभूषण राम, अंकुर केसरी आदि दर्जनों मौजूद थे।