दुमका (शहर परिक्रमा)

लायंस क्लब के सदस्यों ने किया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री को नमन

दुमका: लायंस क्लब दुमका स. प. के तत्वावधान में बुधवार को गांधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस के अवसर पर क्लब के सदस्यों ने इन दो महान विभूतियों के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी एवं श्री अमड़ा स्थित नेत्रहीन आवासीय विद्यालय में क्लब के सदस्यों ने उपस्थित सभी बच्चों के बीच फूड पैकेट्स का वितरण किया।

इस अवसर पर क्लब की अध्यक्षा लायन डॉ. अमिता रक्षित ने कहा कि गांधी जी इस बात में विश्वास रखते थे कि हिंसा के रास्ते पर चलकर आप कभी भी अपने अधिकार नहीं पा सकते। उन्होंने विरोध करने के लिए सत्याग्रह का रास्ता अपनाया।

क्लब के जन-संपर्क पदाधिकारी लायन रमण कुमार वर्मा ने कहा कि शास्त्री जी एक क्रांतिकारी व्यक्ति थे और इनके द्वारा गांधी जी के नारे को ‘मरो नहीं, मारो’ में चतुराई से बदलाव मात्र से देश में क्रांति की भावना जग उठी और प्रचंड रूप ले लिया और इसके लिए शास्त्री जी को जेल भी जाना पड़ा। आजादी के बाद शास्त्री जी की साफ-सुथरी छवि के वजह से देश का दूसरा प्रधानमंत्री बने और अनाजों की कीमतों में कटौती, भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में सेना को खुली छूट देना, ताशकंद समझौता जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाये. लाल बहादुर शास्त्री अपने देश के लिए बलिदान और सच्ची देश भक्ति के लिए सदैव जाने जाएंगे। एम. जे. एफ लायन डॉ. अखिलेश कुमार सिन्हा ने कहा कि गांधीजी ने भारतीय समाज में व्याप्त छुआछूत जैसी बुराइयों के प्रति लगातार आवाज उठाई। गांधी जी चाहते थे कि ऐसा समाज बने जिसमें सभी लोगों को बराबरी का दर्जा हासिल हो क्योंकि सभी को एक ही ईश्वर ने बनाया है। उनमें भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। नारी सशक्तीकरण के लिए भी वह हमेशा प्रयासरत रहे।

मौके पर क्लब के लायन चंदन कुमार साह, लायन सतीश कुमार, लायन मधुकर दत्ता नेत्रहीन आवासीय विद्यालय के शिवनंदन महतो और मिर्दुशीला मुर्मू के अलावे विद्यालय के विद्यार्थी मौजूद थे।

संवाददाता: आलोक रंजन