राष्ट्रीय

14 अक्टूबर: शोभा नायडू की पुण्यतिथि

शोभा नायडू भारत की प्रमुख कुचिपुड़ी नर्तकियों में से एक थीं। आज ही के दिन 14 अक्टूबर, 2020 को उनकी मृत्यु हुई थी।

शोभा नायडू प्रसिद्ध स्वामी वम्पाति चिन्ना सत्यम की एक उत्कृष्ट शिष्या थीं। एक गुरु के रूप में शोभा नायडू ने भारत और विदेशों के कई छात्रों को प्रशिक्षित किया। अपनी नृत्य कला से उन्‍होंने देश ही नहीं विदेशों में भी सराहना पाई। शोभा नायडू ने अमेरिका के कई शहरों और ब्रिटेन समेत अन्‍य देशों में भी प्रस्‍तुतियां दीं। उनका जन्म 1956 में आंध्र प्रदेश राज्य के विशाखापटनम में अनकापल्ली में हुआ था। उनकी मुख्य उपलब्धियों में विप्र नारायण, कल्याण श्रीनिवासम और अन्य नृत्य-नटिकाओं की कोरियोग्राफी करना शामिल था। इनमें उन्‍होंने सत्यभामा, देववक्वी, पद्मावती, मोहिनी, साईं बाबा और देवी पार्वती जैसी विभिन्न भूमिकाएं निभाईं और खासी प्रशंसा पाई।

शोभा नायडू

कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्‍हें सन्, 2001 में पद्म श्री से सम्‍मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें आंध्र प्रदेश सरकार और कई प्रतिष्ठित संगठनों से भी कई पुरस्कार मिले। 14 अक्तूबर, 2020 को रात डेढ़ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से न्यूरोलॉजी संबंधी बीमारी से जूझ रही थीं। उन्हें हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके कार्यक्रम को ना केवल देश में बल्कि विदेशों में भी खूब सराहा गया। उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन, तुर्की, हांगकांग, मैक्सिको, वैनेजुएला और क्यूबा सहित कई देशों में कार्यक्रम किए। उन्होंने अपनी जिंदगी में भारत और विदेशों के तमाम छात्रों को प्रशिक्षण भी दिया।

pradip singh Deo
लेखक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव