देवघर सेंट्रल स्कूल में आयोजित हुआ ‘बिरसा मुंडा के सपनों का झारखंड’ कार्यक्रम
स्थानीय देवघर सेंट्रल स्कूल, देवघर के प्रशाल में झारखंड स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम बिरसा मुंडा के चित्र पर बच्चों व शिक्षकों के द्वारा पुष्प सुमन अर्पित किया गया और ततपश्चात विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन हुआ।
इस अवसर बोलते हुए प्राचार्य सुबोध झा ने आज के दिवस की विशेषताओं पर विस्तृत प्रकाश डाला और बतलाया कि बिरसा मुंडा ने इतने कम समय के जीवन काल में आदिवासियों व मूल निवासियों के अधिकार के लिए अंग्रेजी सरकार से लोहा लिया और उलगुलान का नारा बुलंद किया। आदिवासियों को संगठित कर के उन्हें वीरसायत की उपाधि दी और एक समतामूलक समाज की स्थापना पर जोर दिया। उन्होंने अंग्रेजों की प्रताड़ना का प्रबल विरोध किया और अपने समाज को शोषण से बचाने का मार्ग प्रसस्त किया। बिरसा की जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है कि कोई भी कार्य असम्भव नहीं होता है बस इच्छाशक्ति पैदा करने की आवश्यकता है।
कक्षा तीन के छात्र रजत ने बिरसा की जीवनी को आकर्षक रूप में वर्णित किया। कक्षा चार के छात्र अमित कुमार ने बिरसा के आदर्शों को प्रस्तुत किया और आव्हान किया कि आए हम सब मिलकर बिरसा के सपनों के झारखंड का निर्माण करें। कक्षा तीन की ही छात्रा सोनाक्षी ने बिरसा पर लिखी गई कविता का सस्वर पाठ किया। कक्षा चार की छात्रा आराध्या श्री ने आज के कार्यक्रम झारखंड स्थापना दिवस के आयोजन व उद्देश्य पर अपनी आकर्षक वाणी से प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को अन्य शिक्षकों के द्वारा भी संबोधित किया गया। बिरसा मुंडा के जीवनी के ऊपर एक ओपन क्विज का आयोजन रवि रोहन पाठक के द्वारा किया गया और सही उत्तर देने वाले बच्चों को आकर्षक पुरस्कारों से नवाजा गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जोया, नेहा, अंशु, सोनम व अन्य विद्यालय कर्मियों का अमुल्य योगदान रहा।