भजनावली वंदना का पुनर्मुद्रित पुस्तक का हुआ लोकार्पण
देवघर: राम शंकर मिश्र” पंकज “की प्रसिद्ध भजनावली वंदना का पुनर्मुद्रित पुस्तक का लोकार्पण बाबा मंदिर में अखंड हरी नाम के मंच पर 15 नवंबर को किया गया। इस मौके पर साहित्यकार शंकर मोहन झा, डॉक्टर शंकर नाथ झा, सर्वेश्वर दत्त द्वारी, विनोद दत्त द्वारी, सुरेश मिश्रा, भोलानाथ, बलिया से सीताराम पंडित, प्रवीण द्वारी सहित कई लोग मंचासीन हुए। इस पुस्तक का पुनर प्रस्तुति युवा साहित्यकार हिमांशु झा द्वारा किया गया।
बताते चले की प्रथम संस्करण का प्रकाशन 1972 में किया गया था। पुस्तक समाप्ति के कारण इस भजनावली को अन्य नए भजनों के साथ पुनर मुद्रण किया गया।
इस अवसर पर श्री बैद्यनाथ पंडा कीर्तन मंडली को अखंड हरी नाम के सफल आयोजन के लिए भारतीय साहित्य परिषद के द्वारा पंकज स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया।
मौके पर मंडली के सभी सदस्यों सहित बिहारी लाल मिश्र, संतोष, बलिया से उदयनाथ ठाकुर, संजय झा, विजय झा, राजेश झा, पवन मिश्रा सहित सैकड़ो पंकज प्रेमी उपस्थित थे।