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19 नवंबर: राष्ट्रीय एकता दिवस

राष्ट्रीय एकता दिवस हर साल पूरे भारत में 19 नवंबर को मनाया जाता है। यह भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के जन्म दिन की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रीय एकता दिवस सब भारतीय लोगों के बीच प्रेम और एकता को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। देश के आजाद होने के बाद भी, भारत के लोग फिर भी आजाद नहीं थे, कहीं ना कहीं वे अभी भी गुलाम थे। देश के कुछ राजनीति से प्रेरित युवक लगातार समाज में लोगों की एकता और सांप्रदायिक सद्भाव में खलल डाल रहे थे। राष्ट्रीय एकता दिवस भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री के जन्मदिन का जश्न याद करने के रूप में ‘कौमी एकता दिवस’ के नाम से भी प्रसिद्ध है। भारत की राष्ट्रीय एकता परिषद, वरिष्ठ राजनीतिज्ञों की और लोगों की एक विधानसभा है, जिसे भारत में जातिवाद, सांप्रदायिकता और क्षेत्रवाद जैसी समस्याओं पर अभिभाषण करने की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए स्थापित किया गया था। यह पहली बार भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा 1961 में आयोजित सम्मेलन में, देश की एकता को विभाजित करने के साथ ही प्रगति में बाधा उत्पन्न समस्याओं से लड़ने के उद्देश्य को लेकर स्थापित किया गया था। अप्रैल 2010 में यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 147 सदस्यों के साथ पुर्नगठित किया गया था। राष्ट्रीय एकता परिषद के सदस्यों द्वारा समय-समय पर भेदभाव के उन्मूलन, सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के साथ ही साथ देश से सांप्रदायिकता और हिंसा के नियंत्रण के लिये बैठक का आयोजन किया जाता है। इंदिरा गाँधी भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थीं। उनका जन्म 19 नवंबर, 1917 में इलाहाबाद में हुआ था। वे एक महान् राजनीतिक नेता थीं। वह लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल की सूचना मंत्री के रूप में सदस्य भी बनीं। 1966 में ताशकंद, रूस में शास्त्री जी की अचानक मौत के बाद वह भारत की प्रधानमंत्री के रूप में चुनी गयीं। उन्होंने भारतीय लोकतांत्रिक ढांचे और परंपरा को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध को संभाला और जीत भी हासिल की। उन्होंने घोषित उद्देश्यों को पाने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की दिशा में कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने लोकतांत्रिक समाजवाद और कमज़ोर वर्गों के लिए बहुत काम किया। उनके नेतृत्व में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के साथ शिमला समझौते पर हस्ताक्षर, भारत-सोवियत शांति, सहयोग और मैत्री संधि की गयी थी। उनके नेतृत्व में पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण हुआ। उनके कुशल मार्गदर्शन के नीचे नई दिल्ली में पहले एशियाई खेलों का आयोजन, पहले अंतरिक्ष यात्री स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा का अंतरिक्ष की यात्रा करना और अंतरिक्ष अनुसंधान और शांतिपूर्ण परमाणु विकास हुआ।

pradip singh Deo
लेखक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव

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