बाल विवाह मुक्त भारत: चेतना विकास ने शपथ समारोह एवं दीपोत्सव कार्यक्रम का किया आयोजन
चेतना विकास गत कई वर्षों से बाल संरक्षण की दिशा में कार्यरत है. अपने पहलों को और अधिक सशक्त एवं इरादों को दृढ करने तथा समाज में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आज जिला समाहरणालय परिसर में दीपोत्सव का कार्यक्रम किया।
गौरतलब है कि आज पूरे देश में ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान का शुभारंभ केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री द्वारा विज्ञान भवन, नई दिल्ली में किया गया। इस राष्ट्रीय अभियान का उद्देश्य बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करना और लैंगिक हिंसा को जड़ से खत्म करने की दिशा में समाज और सरकार का सहयोग सुनिश्चित करना है।
इस ऐतिहासिक दिन पर, चेतना विकास ने जिला प्रशासन (विभाग के सभी पदाधिकारी), जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला परियोजना पदाधिकारी मधुपुर, बाल कल्याण समिति एवं XISS-यूनिसेफ के सहयोग से देवघर के जिला समाहरणालय परिसर में दीपोत्सव और शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया। साथ ही 27 नवंबर से 10 दिसंबर, 2024 तक चलने वाले इस अभियान की रुपरेखा भी बताई गई।
संध्या 5 बजे दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह दीपोत्सव जिले से शुरू होकर, गाँव-गाँव में समुदाय और किशोर-किशोरियों के बीच आयोजित किया गया। यह प्रतीकात्मक पहल बाल विवाह और लैंगिक हिंसा के खिलाफ जागरूकता का संदेश देती है। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और संगठनों ने अपने विचार साझा किए और समाज को बाल विवाह की रोकथाम और महिलाओं तथा बालिकाओं के अधिकार सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।
जिला पंचायती राज विभाग पदाधिकारी रणबीर सिंह ने इस अभियान को “विकसित भारत” के निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। इस विषय पर पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका पर उन्होंने सबका ध्यान आकर्षित किया।
चेतना विकास की निर्देशिका ने कहा, “यह दीपोत्सव उस उजाले का प्रतीक है जो बाल विवाह और लैंगिक हिंसा जैसी बुराइयों के अंधकार को खत्म करेगा। यह हमारी अपील है कि समाज का हर व्यक्ति इस आंदोलन का हिस्सा बने।”
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कुमारी रंजना ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए इस कूप्रथा को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयासों की बात कही। उन्होंने कहा, “बाल विवाह न केवल एक सामाजिक बुराई है, बल्कि यह हमारे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य में एक रुकावट भी है।”
बाल विवाह मुक्त भारत के प्रति सहयोग का आह्वान
कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य, यूनिसेफ के जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं चेतना विकास टीम ने इस कुप्रथा के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।