देवघर (शहर परिक्रमा)

मनाया गया विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस, जाने क्या है यह रोग

देवघर: आज 30 जनवरी 2025 को सदर अस्पताल सभागार, देवघर में डीडीसी सर के अध्यक्षता में विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस (NTD Day) मनाया गया। इस अवसर पर उपविकास आयुक्त नवीन कुमार के साथ सिविल सर्जन डॉ जुगल किशोर चौधरी, जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय कुमार यादव, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मनोज गुप्ता, जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ संचयन, उपाधीक्षक डॉ प्रभात रंजन, जिला भीबीडी सलाहकार डॉ गणेश कुमार यादव व अन्य द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तत्पश्चात इस संबंध में एडवोकेसी करते हुए सभी को इसके बारे में जानकारी जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय कुमार यादव द्वारा दिया गया।

कार्यक्रम में सभी उपस्थित प्रमुख अधिकारियों ने उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (NTD) के उन्मूलन के लिए अपनी विचार व्यक्त किए। बैठक में बताया गया कि यह उष्णकटिबंधीय इलाकों में कमजोर वर्गों के लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं। उष्णकटिबंधीय प्रदेश जो विषुवत रेखा के ऊपर नीचे और मकर रेखा तथा कर्क रेखा के बीच वाले भाग हैं वैसे जगह का वातावरण गर्मी, वर्षा एवं आद्रता व नमी वाली जगह है जहां पर इन बीमारियों के बढ़ने का पूरी तरह से अनुकूल वातावरण मिलता है। जिसमें से भारत अछूता नहीं है। अब तक के विशेष प्रयासों से विश्व में 47 उपेक्षित एनटीडी रोगों को समाप्त किया जा चुका है, लेकिन अब भी 20 ऐसे रोग हैं जो विभिन्न कमजोर समुदायों में उपेक्षित हैं, जिनमें मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, जीका वायरस और जापानी एन्सेफलाइटिस (JE), लेप्रोसी, टीबी हेल्मेंथिस ग्रुप प्रमुख हैं। इस वर्ष का थीम यूनाइट, एक्ट एंड एलिमिनेट है। जिसे इस साल के थीम के अनुसार खत्म करने के लिए सबों को एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है और जन जागरूकता फैलाते हुए इन उपेक्षित बीमारियों को भारत से पूर्णतया मिटाना है।
इस अवसर पर सभी ने इस बात पर जोर दिया कि इन रोगों के उन्मूलन के लिए हर समुदाय और विभाग, स्वयं सेवी, सीएसआर, बड़े-बड़े उद्योगपतियों आदि को मिलकर काम करना आवश्यक है। ये रोग छुआछूत से नहीं फैलते, लेकिन फिर भी इन पर ध्यान केंद्रित करना और इनकी समाप्ति के लिए हर संभव प्रयास करना जरूरी है।
यह अंतिम विश्व एनसीडी दिवस वर्ष 2021 से मनाया जा रहा है जिसका मूल्य देश है जान समुदायों के बीच जागरूकता पैदा करते हुए इन अपेक्षित बीमारियों को मुख्य धारा से जोड़ते हुए सभी 20 उष्णकटिबंधीय रोगों को समाप्त करने का मिलकर प्रयास करना है।
इस अवसर पर देवघर जिला मुख्यालय में उप विकास आयुक्त एवं सिविल सर्जन तथा अन्य पदाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर जन जागरूकता हेतु रैली को रवाना किया गया तथा इस पर एक संगोष्ठी का आयोजन सदर अस्पताल के सभागार में संपन्न किया गया। साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केदो में इस पर जागरूकता हेतु संगोष्ठी का आयोजन करते हुए रैली का आयोजन किया गया।
विशेष रूप से जिले के किसी प्रसिद्ध स्मारक को भी लाइटनिंग के द्वारा जन समुदाय के बीच मैसेज देकर इन सभी उपेक्षित बीमारियों के प्रति सबका ध्यान आकर्षण करने के लिए आज शाम में देवघर जिला में स्थानीय टावर चौक को लाइटनिंग कर इन उपेक्षित बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
आज के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, उपाधीक्षक, जिला भिवाड़ी सलाहकार, लेप्रोसी सलाहकार, बीटीटी, एफएलए, डीईओ आदि के साथ पीरामल फाउंडेशन से श्री विजय प्रकाश पाण्डेय, पंकज, अमरेन्द्र एएनएम, सहीया, एमपीडब्ल्यू सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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