देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर सेंट्रल स्कूल में बाल मेला का हुआ आयोजन

देवघर: आज देवघर सेंट्रल स्कूल में बाल मेला का आयोजन किया गया। जहाँ बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रकार के फ़ूड स्टॉलों के माध्यम से स्वनिर्मित खाद्य पदार्थों को शिक्षकों के माध्यम से प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया। कक्षा द्वेतीय के बच्चों ने बिस्किट व अन्य खाद्य पदार्थों का स्टॉल लगाया। जिसमें कोई फ़ास्ट फ़ूड, कोई झालं मुढ़ी , कोई आलू कचालू, कोई मुढ़ी घुघनी, कोई ब्रेड पकोड़ा आलूचोप, कोई गोलगप्पा, कोई चना मशाला कोई फन गेम के साथ आनंदपूर्वक अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन कर रहे थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अविभावक अपने पाल्य की क्रियाशीलता को देखकर अचंभित हो रहे थे और सभी स्टॉलों पर बारी बारी से जाकर बच्चों का ग्राहक बन कर उत्साहित कर रहे थे।


    मौके पर विद्यालय के प्राचार्य सुबोध कुमार झा ने कहा कि शिक्षा बहुआयामी व्यक्तित्व के विकास का परिचायक होता है। मूल्यपरक, नैतिक मूल्यों का समावेश, विषय वस्तु में पारंगता, विविध भाषाओं का ज्ञान, वैज्ञानिक सोच का सूत्रपात, कौशल विकास व राष्ट्रीयता की भावना व अनेक विधाओं का ज्ञान होना ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूलमंत्र है। शिक्षा आरोपित न होकर स्वस्फूर्त होती है, आवश्यकता है कि हम बच्चों की जिज्ञासा को कैसे रचनात्मक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। कार्यात्मक क्रियाशीलता शिक्षानीति का मूल आधार है इसलिए बच्चों में स्वाबलंबन की भावना के साथ ही साथ कौशल विकास का सूत्रपात हो इसके लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।


   वहीं कार्यक्रम की संयोजिका आकांक्षा वाजपेयी ने बताया कि कि इस बाल मेला में भाग लेने के लिए लगभग सभी बच्चे उत्सुक थे परंतु कुछ ही बच्चों को अवसर प्राप्त हुआ। बालमेला के आयोजन के पीछे मूल उद्देश्य एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना है।
    कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहा, अंशु, सृजा, सोनम, रोहन, अरबिंद, संजय, सुकांतो, ज्योतिष, प्रियतोष व अन्य की सकारात्मक भागीदारिता रही।