झारखंड आप्थाल्मालॉजिकल सोसाइटी के तत्वावधान में नेत्र रोग विशेषज्ञयों का 3 दिवसीय 22वां सम्मेलन संपन्न
देवघर: झारखंड आप्थाल्मालॉजिकल सोसाइटी के तत्वावधान में नेत्र रोग विशेषज्ञयों का 3 दिवसीय 22वां सम्मेलन 21-23 फरवरी तक आयोजित किया गया। इस दौरान लाइव सर्जरी के साथ कॉन्फ्रेंस भी आयोजित किया गया जिसमें कई सीनियर डॉक्टर्स ने अपना अपना रिसर्च पेपर साझा किया ताकि जूनियर डॉक्टर्स इसका फायदा मरीजों तक पंहुचा सकें।


कार्यक्रम के दूसरे दिन मैहर गार्डन के सभागार में कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य अतिथि देवघर एम्स के निदेशक प्रो (डॉ) सौरभ वार्ष्णेय ने अपने सम्बोधन में कहा कि झारखंड आप्थाल्मालॉजिकल सोसाइटी का गठन एक अनुकरणीय पहल है जिससे आँखों के डॉक्टर्स एक दूसरे से अपने अनुभव साझा कर चिकित्सकीय व्यवस्था को मजबूत बनाकर मरीजों को लाभ पहुंचाते हैं। अंत में ऐसे आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए उन्होंने आयोजकों के प्रति आभार भी जताया।
जानकारी हो कि इस आयोजन के प्रथम दिन 21.02.26 को बैद्यनाथ शंकर नेत्रालय में लाइव सर्जरी का आयोजन किया गया। जिसमें 9 लोगों के आँखों का ऑपरेशन किया गया। लाइव सर्जरी में हैदराबाद एम्स के डॉ अरविन्द मौर्या, डॉ बी पी कश्यप, जयपुर के डॉ बीरेंद्र अग्रवाल, डॉ विकास अग्रवाल जैसे देश के बड़े आँख के डॉक्टर्स द्वारा संपन्न किया गया।
मौके पर कार्यक्रम के ऑर्गनाइजिंग सीक्रेटरी डॉ एन डी मिश्रा ने बताया कि झारखंड आप्थाल्मालॉजिकल सोसाइटी के बैनर तले नेत्र चिकत्सकों हेतु कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है जिसमे झारखंड के अलावे देश के विभिन्न क्षेत्र से ऑप्थरमोलोजिस्ट यहाँ पहुंचे हुए हैं। इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य ऑप्थरमोलोजी में जो भी एडवांस रिसर्च हुए हैं उन्हें जूनियर डॉक्टर्स तक पहुंचाया जा सके और मरीजों को और अधिक सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने आगे बताया कि बैधनाथ नेत्र चिकित्सालय में लाइव सर्जरी का भी आयोजन किया गया जो झारखण्ड में रांची के बाद दूसरा लाइव सर्जरी है।
झारखंड नेत्र सोसाइटी के चेयरपर्सन साइंटिफिक कमेटी डॉ. भारती कश्यप ने बताया कि सम्मेलन के दौरान आईपीसीएल के प्रत्यारोपण की तकनीक के बारे में भी बताया गया। साथ ही माइनस पावर या पतली कॉर्निया एवं सुखी आंखों की समस्या के बारे में भी बताया गया।
उन्होंने हर्ष पूर्वक आगे बताया कि झारखंड आप्थाल्मालॉजिकल सोसाइटी का गठन 2001 में 50 नेत्र चिकित्सकों के साथ किया गया था जो आज 480 तक पहुंच गया है।
इस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से JHOS के साईंटिफिक कमिटी के चेयरमैन डॉ भारती कश्यप, JHOS के सचिव डॉ एस के मित्रा, डॉ एन डी मिश्रा, डॉ कुमार विजय, डॉ ललित वर्मा, डॉ टी पी लहाने, डॉ पार्थो विश्वास, डॉ रजनीकांत सिन्हा, हरवंश लाल, रांची के प्रसिद्ध रेटिना सर्जन डॉ. विभूति कश्यप, डॉ दीपक लकड़ा सहित सैकड़ों डॉक्टर्स उपस्थित थे।