जयंती पर याद किए गए महाराणा प्रताप
दुमका: वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी के जयंती पर वीर कुंवर सिंह चौक दुर्गा मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को श्रद्धासुमन अर्पण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें सबने महाराणा प्रताप के तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पण किया। श्रद्धासुमन अर्पण का कार्यक्रम सबसे कम उम्र का बालक आयांश के कर कमलों द्वारा श्रद्धासुमन अर्पण के साथ प्रारम्भ किया गया। उक्त अवसर पर ठाकुर श्यामसुन्दर सिंह, सिविल सोसायटी दुमका के अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा,मिथलेश झा, अरुण कुमार सिन्हा,श्यामल किशोर सिंह, उमाशंकर चौबे,अशोक कुमार राउत,संदीप कुमार जय बमबम,अंजनी शरण,मो०कलाम कादरी,विनित,मेवाड़ प्रेम आईसक्रीम के संचालक,झंटु कुमार साहा,पवन कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।
अरुण कुमार सिन्हा ने उक्त अवसर पर महाराणा प्रताप जी के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला और कहा
घास की रोटी खाएंगे पर चित्तौड़गढ़ (मेवाड़) नहीं लेने देंगे।
मध्ययुगीन भारतीय इतिहास के शुरवीर
महाराणा प्रताप सिंह
जी की आज जयन्ती
है, इतिहास के इस महानायक ने अपने परिवार सहित अरावली की पहाड़ियों में भटकते रहे,घास की बनी रोटी खाने को
मजबूर हो गए पर अपनी आन बान और
शान नहीं जाने दी और पुनः चित्तौड़गढ़ पर अपना विजय ध्वज लहराकर जय भवानी का सिंहनाद किया।
आज 9 मई उस महावीर की जयन्ती
पर समस्त भारतीयों की ओर से शत शत नमन।
भ्रम कहां तक पाला जाए
युद्ध कहां तक टाला जाए
तू भी राणा का वंशज हैं
फेंक जहां तक भाला जाए।
संवाददाता: आलोक रंजन