दुमका (शहर परिक्रमा)

मिशन वात्सल्य के तहत् आफ्टर केयर विषय पर हुआ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

दुमका: जिला बाल संरक्षण इकाई के सभागार कक्ष में गुरुवार को जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र की अध्यक्षता में एसजीवीवी संस्था एवं सृजन फाउंडेशन के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में झारखंड ऑफ्टर केयर मार्गदर्शिका 2023 पर विस्तृत जानकारी दी गयी।

प्रशिक्षक संजय कुमार ने बताया कि 14 वर्ष की आयु पूर्ण वैसे बालक जो दीर्घकालिक बाल देखभाल संस्थान में आवासित हैं, बच्चों की व्यक्तिगत देखरेख योजना के अनुसार जरूरतमंद बालकों का आफ्टर केयर सेवाओं से आच्छादित करने की प्रक्रिया आरंभ की जा सकती है। प्रशिक्षक सुतापा रुईदास ने बताया कि वैसे बालक/किशोर जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली हो और उन्हें देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता हो, तो ऐसे बालक/ किशोर को जिला बाल संरक्षण इकाई के माध्यम चिह्नित कर मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जाए ताकि वह एक जिम्मेदार नागरिक बने और सामान्य रूप से जीवन यापन कर सकें।

जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र ने कहा कि संस्थागत/गैर संस्थागत सेवा से आच्छादित वैसे बालक/ किशोर जिनकी आयु 18 वर्ष पूर्ण हो गयी हो तथा आर्थिक कठिनाई के कारण आगे की पढ़ाई लिखाई जारी रखने में असमर्थ हों, तो वैसे बालकों/ किशोरों को ऑफ्टर केयर मार्गदर्शिका 2023 के तहत आर्थिक सहायता के रूप में 4000/- रुपए प्रति माह दिये जाने का प्रावधान है। कार्यशाला में जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड हेल्पलाइन, संप्रेक्षण गृह एवं बाल गृहों के समस्त पदाधिकारी व कर्मीगण मौजूद थे।

संवाददाता:- आलोक रंजन