डीएवी के बच्चों द्वारा वर्ल्ड ओशन दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का अनोखा प्रस्तुति
कोडरमा: डीएवी पब्लिक स्कूल, झुमरी तिलैया में बच्चों ने 8 जून को ऑनलाइन कार्यक्रम के तहत विश्व महासागर दिवस पर लोगों को जागरूक किया। विश्व महासागर दिवस स्वस्थ महासागर और स्थिर जलवायु के लिए सामूहिक कार्रवाई को उत्प्रेरित करता है । बच्चों ने विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को प्रस्तुत कर दिखाया कि हमें स्थिर जलवायु के प्रति सतर्क एवं सावधान होना चाहिए । महासागर पृथ्वी के 70% से अधिक भाग को कवर करता है जो हमारा जीवन स्रोत है। यह मानवता और पृथ्वी पर हर दूसरे जीव के जीवन को सहारा देता है ।
इस कार्यक्रम के तहत 10 A की इशिका ने स्वस्थ महासागर एवं स्थिर जलवायु प्रकृति एवं पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है इस पर अपना विचार व्यक्त किया। 7 सी की शांभवी सिंह ने सुंदर कविता प्रस्तुत की। 6 बी की दिव्या राणा, अनुष्का गुप्ता,अनाराध्या कष्यप अदृती मंडल,10 सी की आयुषी कुमारी,आरुषी प्रिया ने सुंदर पोस्ट बनाकर एवं प्रेरणादायक स्लोगन लिखकर विश्व महासागर दिवस पर अपनी जागरूकता दिखाई।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्णा सिंह ने ग्रीष्मावकाश के दौरान वर्ल्ड ओशन दिवस पर बच्चों के द्वारा ऑनलाइन कार्यक्रम में उनकी सहभागिता देखकर अत्यंत प्रसन्न हुए। उन्होंने कहा कि विद्यालय में अवकाश के दौरान भी बच्चे जहां भी रहते हैं ,वहां से अपनी प्रस्तुति देने में पीछे नहीं रहते हैं। इसमें अभिभावकों की भूमिका को भी नकारा नहीं जा सकता है। बच्चों की लगन, मेहनत, अभिभावकों के सहयोग एवं समर्पण से ही बच्चों की प्रगति एवं विद्यालय का विकास संभव हो सकता है। इस कार्यक्रम के द्वारा बच्चों ने दिखाया कि महासागर हम सबके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। महासागरों से हमारे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। यह जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करते हैं। खाद्य श्रृंखला को बनाए रखते हैं तथा जल में और पृथ्वी पर रहने वाले अनेकों जीव -जंतुओं के निवास स्थान का सहारा बने रहते हैं । यह दिन हमें महासागरों के महत्त्व के बारे में और अधिक जानने और समझने का मौका देता है। महासागर वैश्विक आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा देता है। आज जल प्रदूषण एवं मानवीय व्यवहार के कारण महासागरों का अस्तित्व संकट में है। हमें इस बात पर अवश्य ध्यान देना होगा । लोगों में इस बात की जागरूकता दिखानी होगी कि पृथ्वी पर हमारा जीवन तभी संभव होगा जब हम प्राकृतिक धरोहरों को सुरक्षित एवं संरक्षित करने की ओर सकारात्मक कदम उठाएंगे। प्रकृति की हर चीजों पर अपना अधिकार जताना एवं उसे बचाना हमारा परम कर्तव्य एवं ध्येय होना चाहिए तभी यह दिवस हम सब के लिए मनाना सार्थक सिद्ध होगा। इस कार्यक्रम में बच्चों का दिशा- निर्देश विद्यालय की शिक्षिका संगीता जेठवा, ज्योती सिंह, लक्ष्मी गुप्ता एवं रोबिन देव प्रसाद वर्मा ने किया ।