दुमका की भाजपा नेत्री ने आरसीएफ के स्वतंत्र निदेशक के रूप में दर्ज की अपनी उपस्थिति
दुमका: राष्ट्रीय रासायनिक उर्वरक लिमिटेड (आरसीएफ) मुंबई (महाराष्ट्र) की निदेशक मंडल की बैठक में दुमका की भाजपा नेत्री डॉ. अंजुला मुर्मू ने स्वतंत्र निदेशक के रूप में अपनी भागीदारी दर्ज की। बैठक में आरसीएफ के भावी रणनीतिक योजनाओं, नीति निर्माण और विकासोन्मुखी पहलों पर व्यापक चर्चा हुई।
इस अवसर पर डॉ. अंजुला मुर्मू ने कहा, “देश के इस प्रतिष्ठित सार्वजनिक उपक्रम से जुड़ना मेरे लिए गर्व की बात है। एक स्वतंत्र निदेशक के रूप में मैं सदैव पारदर्शिता, जवाबदेही और जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दूंगी। मेरी भूमिका नीतिगत दिशा को और अधिक प्रभावी बनाने तथा संगठन के सामाजिक सरोकारों को सशक्त करने में सहायक सिद्ध होगी।”
डॉ. मुर्मू ने बैठक में आरसीएफ के नवोन्मेषी प्रयासों को रेखांकित करते हुए कहा कि कृषि और औद्योगिक क्षेत्र की मजबूती के लिए संगठन के सभी हितधारकों के साथ मिलकर ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि आरसीएफ की योजनाएं ग्रामीण और दूरदराज़ के इलाकों तक पहुंचकर किसानों और समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को सशक्त बनाएँ।
राष्ट्रीय केमिकल एवं फर्टिलाइजर(RCF) भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की एक प्रमुख उर्वरक और रसायन निर्माण कंपनी है।सार्वजनिक उद्यम विभाग (डीपीई) ने राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स (आरसीएफ) को ‘नवरत्न स्टेटस’ दिया। नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के एक समूह का गठन करते हैं, जिन्हें केंद्र सरकार से अनुमोदन की आवश्यकता के बिना 1000 करोड़ रुपये तक का निवेश करने की वित्तीय स्वतंत्रता है। इससे पहले कंपनी को सार्वजनिक उद्यम विभाग से ‘मिनीरत्न स्टेटस’ मिला था।इसकी स्थापना 6 मार्च,1978 को तत्कालीन भारतीय उर्वरक निगम लिमिटेड के पुनर्गठन पर पांच नई कंपनियों में की गई थी। ये पांच नई कंपनियाँ हैं- भारतीय उर्वरक निगम (FCI), हिंदुस्तान उर्वरक निगम लिमिटेड (HFC), प्रोजेक्ट्स एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड (PDIL), नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (NFL) और राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (RCF)। निदेशक मंडल की यह बैठक संगठन की भावी दिशा को और अधिक प्रभावी व समावेशी बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
संवाददाता: आलोक रंजन