देवघर: 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन
कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने अपने कला, नृत्य एवं संगीत से दर्शक दीर्घा में देशभक्ति की भावना का संचार किया
उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले बाल कलाकारों को पुरस्कृत किया गया
15.08.23 को 77 वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर संध्या बेला में शिवलोक परिसर में उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी समेत अन्य वरीय अधिकारियों की उपस्तिथि में जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। जहां देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत कार्यक्रम की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया।
बालक बालिकाओं के कला, नृत्य एवं संगीत देखकर उपायुक्त, सभी वरीय अधिकारियों समेत पूरी दर्शक दीर्घा हुए अभिभूत
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप शामिल उपायुक्त विशाल सागर ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन से बच्चों का मनोबल बढ़ता है। सभी बच्चों ने कार्यक्रम में अच्छी प्रस्तुति दी। यहां की बालक और बालिकाओं ने इतने अच्छे से अपने कला, नृत्य, संगीत आदि के माध्यम से देशभक्ति का जो जज्बा पैदा किया ऐसा प्रतीत होता है कि हम अपने अतीत में खो गए। उन्होंने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि आप सभी के कार्यक्रम को देखकर मन प्रफुल्लित हो गया। साथ ही दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भी पूरी तरह मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम आप सभी के सहयोग व समन्वय से संपन्न हुआ। इस दौरान उपायुक्त ने सभी अधिकारियों/कर्मियों तथा मीडिया प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में देशभक्ति गीतों/नृत्यों से पूरी दर्शक दीर्घा हुई ओत प्रोत
वहीं कार्यक्रम में आए हुए जिले के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं/कलाकारों ने देशभक्ति से ओतप्रोत रंगारंग सांस्कृतिक से देशभक्ति का जो जज्बा पैदा किया उसने दर्शकों के मन को मोह लिया। छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य एवं संगीत एवं अन्य कलाओं के माध्यम से देशभक्ति की नई चेतना का संचार किया गया। विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति पर आधारित गीत व नृत्य पेश किया। कलाकारों ने अपने नृत्यों के जरिए कला की सतरंगी छटा बिखेरी। सांस्कृतिक संध्या में कुल 14 संस्थानों के द्वारा प्रस्तुति दी गई। जिससे उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों सहित दर्शक दीर्घा में बैठे लोग न सिर्फ देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत हुए बल्कि झारखंड सहित देश के कई अलग अलग प्रांतों के कला एवं संस्कृति से वाकिफ हुए। सबसे पहले कार्यक्रम में प्राची ने “ए मेरे वतन के लोगों……जरा याद करो कुर्बानी” गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया, इसके पश्चात देवसंघ नेशनल स्कूल की नन्हीं बच्चियों ने “वंदे मातरम” पर अपनी प्रस्तुति से सबके मन को मोहा। वहीं ब्लूमिंग बड्स देवघर के नर्सरी एवं केजी के नन्हें बच्चे बच्चियों ने बेहद आकर्षक परिधानों में “आओ बच्चों तुम्हे दिखाए, झांकी हिंदुस्तान की” प्रस्तुति के माध्यम हमारे देश के अलग अलग क्षेत्रों की अनोखी संस्कृति वेशभूषा पहनावे को प्रकट किया। इसके बाद क्रम में कस्तूरबा गांधी मोहनपुर देवघर की छात्राओं ने झारखंड की संस्कृति सामूहिक लोक नृत्य को प्रस्तुत किया। इसके बाद एक छात्र सिद्धांत कुमार ने सिदो कान्हो के जीवन पर भाषण दिया। कार्यक्रम का सबसे रोमांचक माहौल लाने का प्रयास 20 सदस्यीय कलाकारों के दल, कला मंदिर संस्थान, जमशेदपुर की मानभूम छऊ नृत्य प्रस्तुति से दिया। कलाकारों ने अपने हैरतंगेज प्रस्तुति से पूरे पूरे शिवलोक परिसर में उपस्थित सभी के मन को मोह लिया। वहीं सरस कुंज के दिव्यांग कलाकारों ने अनूठे रूप में देशभक्ति गीत के गायन से देशभक्ति की भावना का संचार किया। इसके अलावा कस्तूरबा गांधी देवघर की छात्राओं ने “झारखंड स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूतों के गुणगान की प्रस्तुति”, झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय सोनारायठाड़ी की छात्राओं ने “मेरे देश की धरती……”, आर मित्रा+2 उच्च विद्यालय के छात्र छात्राओं ने भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी पर एक छोटा सा अभिनय प्रस्तुत कर उनके जन्म से लेकर उनके सामाजिक कार्य अंग्रेजी हुकूमत से जंग, जेल जाने एवं जेल प्रवास में ही उनकी मृत्यु आदि के बारे में सजीव वर्णन करने का प्रयास किया गया, जिसे देखकर सभी अभिभूत हो उठे। इसके अलावा डीएवी भंडार कोला देवघर के छात्र छात्राओं ने सीमा पर सैनिकों के पराक्रम की गाथा को प्रस्तुत किया। शारदा बालिका मध्य विद्यालय की नन्हीं मुन्ही बच्चियों ने सोशल मीडिया के दुष्परिणाम के बारे में सजीव अभिनय कर उपस्थित अभिभावकों की आंखे खोलने का प्रयास किया। किस प्रकार आज सोशल मीडिया फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम का बच्चे एवं बड़े आदि हो रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप लोग अपने से दूर हो रहे हैं बीमार हो रहे हैं। अभिनय के द्वारा ही लोगों से इनसे दूरी बनाने एवं जरूरत के समय ही उसे करने का अपील किया। विवेकानंद मध्य विद्यालय देवघर सारे जहां से अच्छा/मेरे भारत की माटी का गायन एवं मंचन किया गया। इसके अलावा एसकेपी विद्या विहार की छात्राओं ने असम की बिहू नृत्य की प्रस्तुति दी एवं कार्यक्रम के अंत में संत मेरी बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं ने झारखंड के किसान एवं कृषि आधारित जीवनी का जीवंत प्रदर्शन किया जिसने सभी के मन को मोहा।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले बाल कलाकारों को पुरस्कृत किया गया…