देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: विश्व संस्कृत दिवस पर डीएवी, भण्डारकोला में विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित


स्थानीय गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भण्डारकोला में विश्व संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य पर बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में भारी संख्या में बच्चों ने भाग लिया। दो ग्रुप में प्रतियोगिता करवाई गई थी। ग्रुप अ कक्षा 5 से 7 तक और ग्रुप ब कक्षा 8 से 12 तक के लिए था।
श्लोक गायन प्रतियोगिता में आकांक्षा सिंह प्रथम, मानवी कुमारी द्वितीय और शांतनु कुमार तृतीय स्थान पर रहे। सांत्वना पुरस्कार सिद्धार्थ कुमार को मिला।ध्येय वाक्यम प्रतियोगिता में अमृता कुमारी को प्रथम,शिवम वर्मा को द्वितीय और शिवम कुमार को तृतीय स्थान मिला। सांत्वना पुरस्कार आयान कुमार को मिला।
भाव प्रस्तुति प्रतियोगिता में डिंपल आर्या को प्रथम, ब्यूटी कुमारी को द्वितीय और प्रिंस कुमार को तृतीय स्थान मिला। सांत्वना पुरस्कार रिया कुमारी और ऋतंभरा भारती को मिला।
भाषण प्रतियोगिता में शिवांगी प्रथम और सोमनाथ झा द्वितीय स्थान पर रहे। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में पल्लवी राज प्रथम,ईशानी कुमारी द्वितीय और जया झा तृतीय स्थान पर रहे।
चित्रों के माध्यम से भावनाओं की प्रस्तुति में आरुषि प्रिया और शैलेश मिश्रा को प्रथम, प्रिया कुमारी को द्वितीय, अर्पित राज और पायल कुमारी को तृतीय स्थान मिला। समृद्धि भारद्वाज और आर्यन कुमार को सांत्वना पुरस्कार मिला।
वसुधैव कुटुंबकम भाव प्रस्तुति में सोनाली बिन्दिया को प्रथम और जिया को द्वितीय स्थान मिला।
ध्येयवाक्यलेखन प्रतियोगिता में पल्लवी राज को प्रथम,आयुषी कुमारी को द्वितीय और शान्तनु कुमार को तृतीय स्थान मिला
श्लोकगायन प्रतियोगिता में सिमरन को प्रथम, साक्षी को द्वितीय, नमनदीप और मनीष भारद्वाज को तृतीय तथा आकांक्षा और अपूर्व को सांत्वना पुरस्कार मिला।
श्लोकगायन प्रतियोगिता में मनीष और ईशान को प्रथम, सृष्टि कुमारी और हर्ष भारद्वाज को द्वितीय तथा प्रेम प्रकाश और अमन रंजन को तृतीय स्थान मिला।
सान्त्वना पुरस्कार केशव कनोडिया, आदित्य कुमार सिंह, साक्षी मिश्रा और स्वस्तिक राज को मिला।
श्लोकगायन प्रतियोगिता के दूसरे ग्रुप में ऋचा रंजन को प्रथम,श्वेता कुमारी को द्वितीय और महिमा रानी को तृतीय स्थान मिला।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय कुमार ने विजेताओं को शुभकामना दिया और कहा कि संस्कृत भाषा सबसे पुरानी इंडो-यूरोपीय भाषाओं में से एक है। यह दिन संस्कृत भाषा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।