महिला आरक्षण विधेयक भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना था: छवि बागची
दुमका जिला कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष छवि बागची ने एक भेंट में कहा कि महिला आरक्षण विधेयक जो मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया था हमारे बहुत भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना था जो इस विधेयक के पारित होने के बाद पूरा हो जाएगा। महिला आरक्षण विधेयक कांग्रेस सरकार लेकर आई थी। कांग्रेस पार्टी एक शुरू से महिलाओं के चतुर्दिक विकास के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा महिलाओं को आरक्षण देने के पक्ष में रही है। सबसे पहले राजीव गांधी ने मई 1989 में पंचायतो और नगर पालिकाओं में महिलाओं के आरक्षण के लिए एक तिहाई आरक्षण के लिए संविधान संशोधन विधेयक पेश किया था। वह विधेयक लोकसभा में पारित हो गया था, लेकिन सितंबर 1989 में यह विधेयक राज्यसभा में पास नहीं हो पाया। अप्रैल 1993 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने पंचायतो और नगर पालिकाओं में महिलाओं के एक तिहाई आरक्षण के लिए संविधान संशोधन विधेयक को फिर से पेश किया। दोनों विधायक पास हो गए और कानून बन गए। उन्होंने कहा कि आज पंचायतो और नगर पालिकाओं में 15 लाख से अधिक निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधि है। यह 40 फ़ीसदी के आसपास है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए संसद और राज्यों के विधानसभाओं में एक तिहाई आरक्षण के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह संविधान संशोधन विधेयक लाए। विधायक 9 मार्च 2010 को राज्यसभा में पारित हुआ, लेकिन लोकसभा में नहीं ले जाया जा सका। कांग्रेस पार्टी पिछले 9 साल से मांग कर रही है कि महिला आरक्षण विधेयक, जो पहले ही राज्यसभा से पारित हो चुका है, उसे लोकसभा से भी पारित कराया जाना चाहिए।
रिपोर्ट- आलोक रंजन Alok Ranjan