जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए सभी प्रखंड में बनाए जायेंगे एमटीसी सेंटर: दुमका उपायुक्त
दुमका: जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा शुक्रवार को राष्टीय पोषण माह – 2023 का समापन समारोह जिला पंचायती राज कार्यालय के सभागार में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों उपायुक्त, जिला परिषद् अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सिविल सर्जन , जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
मौके पर उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पोषण माह 2023 सफतापूर्क संपन्न हुआ है। जिले में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। घर-घर तक लोगों को संतुलित आहार लेने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है जो इस कार्यक्रम के दौरान विभाग द्वारा किया गया है और आगे भी किया जाएगा। बाल विवाह को शत प्रतिशत रोकना है। बाल विवाह के कारण मातृ एवं शिशु दोनो ही अस्वस्थ रह जाते हैं। इसके लिए प्रचार प्रसार एवं ग्रामीणों को जागरूक करना सुनिश्चित करें। सही पोषण के साथ-साथ स्वच्छता और साफ-सफाई भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आप सुनिश्चित करें कि सभी बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे। जो भी सुविधाएं सरकार द्धारा उन्हें दी जा रही है वह समय पर उन्हें उपलब्ध कराई जाए। उपायुक्त ने कहा कि अभी जिले में 4 एमटीसी सेंटर है जिससे बढ़ाकर 10 किया जायेगा। हर प्रखंड में एक एमटीसी सेंटर खोला जायेगा और जिले को कुपोषित मुक्त बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
जिला परिषद् अध्यक्षा जॉयस बेसरा ने कहा कि 1 माह तक चलने वाले पोषण अभियान के दौरान विभाग द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है हमारा झारखंड झार जंगल, पहाड़ वाला राज्य है। गर्भवती महिलाओं को जंगल झाड़ पार करके स्वास्थ्य सेंटर तक जाना पड़ता है जिसके वजह से कई बार सरकार द्धारा दिए जा रहे लाभ से वंचित रह जाते हैं। छोटे छोटे मिनी सेंटर बनाने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि यदि महिलाएं स्वस्थ रहेंगी तो बच्चे भी स्वस्थ रहेंगे। गर्भवती महिलाओं को हमेशा संतुलित और पोषक भोजन का सेवन करना चाहिए, जिसमें साबूत अनाज, दाल, फल, मांस, मछली, हरी पत्तेदार साग-सब्जियां, दूध और दूध उत्पाद, संतुलित मात्रा में लेनी चाहिए, जिससे बच्चा और मां दोनो ही स्वस्थ रहें।
जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल ने कहा कि पोषण माह’ के दौरान आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है हर घर तक बेहतर आहार के महत्व का संदेश पहुंचाया है। पोषण माह का उद्देश्य लोगों को पोषण की आवश्यकता के बारे में जागरूक करना और लोगों की पहुंच उन सरकारी सेवाओं तक बनाना है जो बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं के लिए पूरक आहार को बढ़ावा देती हैं।
इस दौरान सिविल सर्जन बच्चा सिंह ने भी पोषण माह के महत्व को बताया।
पोषण माह के दौरान छात्र-छात्राओं के बीच पेंटिंग एवं क्विज प्रतियोगिता आयोजन किया गया था जिसमें जूनियर पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम दीपांशु दत्ता, द्वितीय प्रियांशु कुमारी एवं तृतीय अनु अंजली मरांडी रही। जूनियर क्विज प्रतियोगिता में प्रथम हिमांशु मालाकार, द्वितीय सुप्रिया गॉन एवं तृतीय निक्कू कुमार रहे। सीनियर पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम मुस्कान कुमारी, द्वितीय साबूत दास एवं तृतीय माही कुमारी रही। सीनियर क्विज प्रतियोगिता में प्रथम रतन वैश्वी, द्वितीय स्वाति मंडल एवं तृतीय गुफराना परवीन रही। सभी को उपायुक्त द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इसे पूर्व सभी को पोषण माह 2023 की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग द्वारा पोषण माह के महत्व के बारे में भी बताया गया। इस दौरान मुख्य अतिथियों द्वारा स्टॉल निरीक्षण एवं गोद भराई की रस्म भी की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में राइस अगेंस्ट हंगर, इंडिया का भी सहयोग रहा।
कार्यक्रम में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अंजना भारती, सिविल सर्जन डॉ. बच्चा प्रसाद सिंह, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला परिषद् के उपाध्यक्ष सुधीर कुमार मंडल, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका, स्कूल के छात्र-छात्रा आदि मौजूद थे।
रिपोर्ट- आलोक रंजन Alok Ranjan