दुमका: आदिवासी में शामिल करने को लेकर खेतौरी समाज की हुई जिलास्तरीय बैठक, नये कमिटी का भी हुआ ऐलान
दुमका: जामा प्रखंड के गर्म जल कुंड तातलोई में दुमका जिला अंतर्गत जामा, जरमुंडी, सरैयाहाट तथा रामगढ़ प्रखंड के खेतौरी समाज की एक बैठक सोमवार को हुई। जिसकी अध्यक्षता जरमुंडी के पूर्व विधायक देवेन्द्र कुंवर ने किया।
इस बैठक में खेतौरी जाति को आदिवासी में शामिल करने हेतु विस्तार से चर्चा किया गया। इस लड़ाई को लड़ने के लिए दुमका जिला के लिये एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया, जिसका नाम खेतौरी आदिवासी संघर्ष मोर्चा रखा गया। सर्वसम्मति से इस कमेटी का अध्यक्ष रंजीत कुमार, उपाध्यक्ष अशोक दर्वे, सचिव शक्ति दर्वे, कोषाध्यक्ष अरविन्द मांझी को चुना गया। वहीं कमेटी के सलाहकार समिति के रूप में पुर्व विधायक देवेन्द्र कुंवर, आसामी लायक, रामफल लायक, मोहन प्रसाद माल, सेलेस लायक, नवगोपाल माल, बसंत कुमार लायक, राजेन्द्र मांझी, नंदलाल राउत, संतोष प्रसाद राय, उमाकांत राय के रूप में चुना गया। इस कमेटी को हर गांव स्तर तक विस्तार किये जाने का निर्णय लिया गया। इसके पुर्व वक्ताओं ने कहा कि खेतौरी जाति 1950 ई. तक आदिवासी की श्रेणी में था। लेकिन 1952 में इसे बिना कारण हटा दिया गया। उसके बाद से ही खेतौरी जाति लगातार संघर्षरत है।
इस बैठक में आसामी लायक, सलेश लायक, रंजीत कुमार, मोहन प्रसाद माल, बसंत कुमार लायक, सागर चौधरी, नंदराम कुंवर, नवगोपाल माल, श्रीकांत राउत, संतोष प्रसाद राय, राजेन्द्र मांझी , गुलाब राय, महेश प्रसाद मांझी, उमाकांत राय, सुबोध लायक, सुभाष राय, जयपाल राय, योगेन्द्र कुमार, सरबिन्द कुंवर, निमाकानत मुसूक, उदित कुंवर, रामफल लायक, विश्वनाथ ईश्वर, दुर्योधन राय, डुगरू कुंवर, नेपाली मरिक, प्रवीण कुंवर एवं गोड्डा जिला से आये प्रदीप सिंह, एवं सुदामा सिंह आदि शामिल थे।
रिपोर्ट- बीरबल कुमार दर्वे Birbal Kumar Darve