देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: सांदीपनी पब्लिक स्कूल में युग प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद जी का जन्मदिवस मनाया गया


आज दिनांक 12.1.2024 को झौसागढी, दुखी साह रोड स्थित सांदीपनी पब्लिक स्कूल में युग प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद जी का 161 वा जन्मदिवस “युवा दिवस “के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद जी के तस्वीर पर माल्यार्पण से की गई। सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद जी के सुकृतियों एवं सद्वृतियों को याद किया गया जिसमें मुख्य रूप से दुर्बलता पर जीत का मंत्र, राष्ट्र सेवा की परिभाषा, गुलाम का कोई धर्म नहीं होता, सज्जनता की पहचान, छोटों से भी सीख सकते हैं हम, आधुनिकीकरण को करें स्वीकार, कहीं से भी मिल सकती है प्रेरणा, सहनशीलता का महत्व, आप जैसा सोचोगे वैसे बन जाओगे, सत्य का साथ कभी ना छोड़े, हमेशा दयालुता का भाव रखें, विनम्रता है अनमोल गुण आदि पर प्रकाश डाला गया तथा बच्चों को इनसे प्रेरणा लेने को कहा गया। क्योंकि इन्हीं गुणो से युक्त होने के कारण वे आज भी भारत के सबसे सशक्त यूथ आइकॉन है, इसमें जरा भी संशय नहीं।


इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक विजय कुमार ने बच्चों को बताया कि – स्वामी जी ने भारतीय सभ्यता और संस्कृति को भारत के गुलामी काल में भी शिकागो के विश्व हिंदू सम्मेलन में अपने प्रखर एवं ओजस्वी वाणी द्वारा भाइयों और बहनों के संबोधन से भारत की अलग पहचान स्थापित की थी क्योंकि जितना समय भाषण देने के लिए मिला था उतने समय तक तो उनके संबोधन से बस तालियां ही बजती रही थी। वह चाहते थे कि भारत विश्व गुरु के रूप में पुनर्स्थापित हो और इसके लिए उन्होंने अपने अल्प जीवन काल में अत्यधिक प्रयास किए। उनका मूल मंत्र था खुद को सशक्त बनाए और दूसरों को भी सशक्त बनाने में सहयोग करें तभी आप अपने राष्ट्र का कल्याण कर सकते हैं।


उन्होंने आगे कहा कि आज का भारत युवा भारत है क्योंकि भारत की 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 वर्ष के आयु वर्ग की है देश की युवा शक्ति ही समाज और राष्ट्र को नई दशा और दिशा देने की क्षमता रखती है ।
अपने हौसले और जज्बे से समाज में फैली विसंगतियों को समाप्त कर सकती है। अतः स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस को युवा दिवस के रूप में मनाने की सार्थकता इसी में निहित है कि उनके बताएं मार्ग पर चले ,उनके दिए गए ज्ञान का अनुकरण करें और अपने चरित्र को सशक्त बनाएं तथा भारत के निर्माण में भागीदार बने।
आज के युवा स्वामी जी के जीवन मूल्यों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में उच्च लक्ष्य को को प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक -शिक्षिकाएं और बच्चे उपस्थित थे।