कोडरमा (शहर परिक्रमा)

कोडरमा: डीएवी में मनाई गई रवींद्र नाथ टैगोर की 163 वीं जयंती


डीएवी पब्लिक स्कूल, झुमरी तिलैया, कोडरमा में महान कवि, लेखक, दार्शनिक और उपन्यासकार रविन्द्र नाथ टैगोर की 163 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री कृष्ण कुमार सिंह एवं अन्य शिक्षक- शिक्षिकाओं ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर बच्चों ने विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किया। 9 ए की निहारिका ने उनकी एक सुंदर कविता प्रस्तुत की। 10 ए की जिज्ञासा ने अपने वक्तव्य में उनकी उपलब्धियों को साझा किया।10 ई की कृतिका देवनाथ ने रविंद्र संगीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। 5 बी की अहाना साहा एवं 6 ए की अंतरा मुखर्जी ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया। 5 ए की आरोही गुप्ता एवं 5 ए की समादृता मंडल ने ड्यूल नृत्य प्रस्तुत किया।

मौके पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि रविंद्र नाथ टैगोर का कला और साहित्य के क्षेत्र में अनूठा योगदान रहा है। उन्होंने अपनी कविता संग्रह ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले गैर यूरोपीय बनकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की थी। वे एक महान कवि ,लेखक, साहित्यकार,दार्शनिक, संगीतकार एवं उपन्यासकार के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त कर जन मानस के हृदय में विराजमान हुए। उनकी कविताएं व संगीत हमारी आत्मा में बसती है। उन्हें दो देशों का राष्ट्रगान लिखने का अनूठा गौरव प्राप्त हुआ था। उन्होंने बंगाली समाज के सभी वर्गों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की। रविंद्र नाथ टैगोर एशिया के प्रथम व्यक्ति थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।टैगोर की प्रेम और शांति की विरासत हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत है।

रविंद्र नाथ टैगोर की जयंती को सफल बनाने एवं बच्चों का मार्गदर्शन करने में विद्यालय की सुपरवाइजरी हेड मौसुमी मल्लिक, कुमार सतीश सिंह, उज्जल घोष एवं अपूर्वा सरकार का योगदान रहा।