अपने 34 वर्ष के सेवाकाल में मैंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा भाव से किया: क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त, निदेशक
दुमका: रजनी देवी, क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक, संथाल परगना प्रमण्डल, दुमका के सेवानिवृत्त होने पर क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक, संथाल परगना प्रमण्डल, दुमका कार्यालय द्वारा रविवार को विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर संथाल परगना प्रमण्डल के सभी जिलों के शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों, कर्मियों, शिक्षक संघो एवं शिक्षकों द्वारा क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक, रजनी देवी को पुष्प गुच्छ, शाल, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मेदिनीनगर, पलामू के क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक, दुर्गानंद झा ने रजनी देवी को विदाई के बेला में शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रजनी मैडम का व्यक्तित्व एवं कृतित्व हमसभी के लिए अनुकरणीय है। रजनी मैडम एक व्यवहार कुशल अनुभवी पदाधिकारी है। रजनी मैडम की सौम्य व्यवहार ही मुझे मेदनी नगर से विदाई समारोह में भाग लेने के लिए यहाँ तक खीच लाया। श्री झा ने कहा कि रजनी मैडम कड़क पदाधिकारी के साथ साथ अपने मातहतों के लिए एक अभिभावक तुल्य नरम दील की पदाधिकारी भी हैं। श्री दुर्गा नन्द झा ने कहा कि रजनी मैडम सेवानिवृत्त होने के बाद स्वस्थ रहें एवं उनका अनुभवी मार्गदर्शन हमलोगों को मिलता रहे। जिला शिक्षा पदाधिकारी जामताड़ा डॉ. गोपाल कृष्ण झा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सेवानिवृत्त होना एक विभागीय प्रक्रिया है, लेकिन सेवानिवृत्त होने के बाद जीवन की दूसरी पारी की शुरूआत होती है। सरकारी सेवा से पदमुक्त होने के बाद हमे परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका मिलता है। डॉ. झा ने कहा कि रजनी मैडम कठिन परिस्थितियों में भी अपने अनुभव से समस्या का समाधान खोज लेती हैं।
क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक रजनी देवी ने अपने लंबे सेवाकाल के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि अपने 34 वर्षों के सेवाकाल में मैंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा भाव से किया। श्रीमती रजनी ने कहा कि एक सफल पदाधिकारी को अखरोट की तरह ऊपर से कड़ा लेकिन अंदर से मुलायम होना चाहिए। श्रीमती रजनी ने कहा कि संथाल परगना के लोग बहुत अच्छे एवं निष्ठावान हैं।संथाल परगना प्रमंडल में मुझे अपार स्नेह एवं आदर मिला, जिसे मैं कभी नही भूल पाऊँगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी देवघर ने कहा कि रजनी मैडम का स्नेह एवं कुशल सुझाव हमेशा हमलोगों को मिलता था।रजनी मैडम के पास एक साथ कई प्रभार रखने का लम्बा अनुभव है।
जिला शिक्षा अधीक्षक, दुमका आशीष कुमार हेम्ब्रम ने रजनी मैडम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रजनी मैडम हमेशा हमलोगों को मार्गदर्शन करती थी। जिला शिक्षा अधीक्षक सह जिला शिक्षा पदाधिकारी गोड्डा ने कहा कि रजनी मैडम एक अभिभावक तुल्य पदाधिकारी थी, जिनसे हमलोगों को कठिन परिस्थितियों में उचित सुझाव मिलता रहता था।
रजनी मैडम की छोटी बहन अजिता मैडम ने कहा कि दीदी परिवार के लिए भी आदर्श हैं। श्रीमती अजिता ने कहा कि दीदी कहती हैं कि समस्या तो आती है, लेकिन समस्या का समाधान खोजना है।परिवार में भी दीदी का का सुझाव एवं स्नेह हमेशा मिलता है। दीदी एक अनुशासित व्यक्तित्व की धनी हैं। धन्यवाद ज्ञापन क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी अनुराग मिंज एवं मंच संचालन अशोक कुमार सिंह ने किया।
विदाई सह सम्मान समारोह में क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी अनुराग मिंज, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी उर्मिला हांसदा, जैक सदस्य अजय कुमार गुप्ता, अधिवक्ता पुरुषोत्तम भगत, बीइओ शिकारीपाड़ा, विनोद कुमार, मनीष कुमार गुप्ता, झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय अध्यक्ष दिलीप कुमार झा, डिस्ट्रिक्ट सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, दुमका के प्रभारी प्राचार्य बब्बन सरकार, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव निवास रजक, राजीव श्रीवास्तव, मो. इफ्तिखार, प्राण गोपाल, चंदन कुमार ठाकुर,फनीलाल महतो, संजीव कुमार, हरिश्चंद्र चौधरी, दयानन्द श्रीवास्तव, दयामय मित्र, एपीओ श्यामसुंदर मोदक, एपीओ सुमंत कुमार, विजय कुमार दूबे, सहायक जिला कम्प्यूटर प्रोग्रामर सुबल कपूर, संजय कुमार साह एवं उमा कृष्ण मंडल के अलावे संथाल परगना प्रमण्डल के शिक्षा विभाग के कई पदाधिकारी, कर्मी एवं शिक्षक उपस्थित थे।
रिपोर्ट- आलोक रंजन