दुमका: हूल दिवस पर पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने अमर शहीद सिदो कान्हू को दिया श्रद्धांजलि
दुमका: हूल क्रांति दिवस के अवसर पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा संताल परगना के बैनर तले केंद्रीय अध्यक्ष असीम मंडल के नेतृत्व में शहर के पोखरा चौक स्थित सिदो-कान्हू के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया। श्रद्धासुमन अर्पित करने के पश्चात मोर्चा के सदस्यों ने एक बैठक आयोजित कर सम्प्रति झारखंड सरकार द्वारा निकाली गई नियुक्तियों में ओबीसी वर्ग के आरक्षण पर मनमाने ढंग से कटौती, बेरोजगार युवाओं को प्रताड़ित करने के उद्देश्य से संताल परगना प्रमंडल के अभ्यर्थियों के परीक्षा केन्द्र सुदुर हजारीबाग और जमशेदपुर में देने और जाति जनगणना पर विचार विमर्श किया गया। मोर्चा के महासचिव दयामय माजि तथा बुद्धिजीवी मंच के शिवनारायण दर्वे ने सदस्यों को जानकारी दिया कि झारखंड सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत झारखंड क्षेत्रीय कार्यकर्ता प्रतियोगिता परीक्षा के लिए 510 पदों की नियुक्ति हेतु विज्ञापन निकाला गया है ,जिसमे बीसी 2 को निर्धारित 6% की जगह मात्र 1.5% आरक्षण दिया गया है। सदस्यों ने एकमत होकर पिछड़ों के हकमारी करने वाले पदाधिकारियों को चिह्नित कर कारवाई करने तथा समुचित संशोधन हेतु धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। अध्यक्ष असीम मंडल ने कहा कि सरकार जाति जनगणना के लिए निर्णय लिया है जो स्वागत योग्य है, परन्तु आरक्षण और रोजगार देने में मनमानी बर्दास्त नहीं करेंगे। सरकार को अविलंब ओबीसी जैसे महत्वपूर्ण और बड़े जनसंख्या को वाजिब हक देने में आनाकानी ठीक नहीं है। विचार विमर्श के बाद इन मुद्दों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, स्थानीय विधायक सह मंत्री बसंत सोरेन, आयुक्त और उपायुक्त से प्रतिनिधि मंडल मिलकर वस्तुस्थिति से अवगत कराकर ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया। दोषी पदाधिकारियों को अविलंब चिह्नित कर उचित कार्रवाई की मांग की जायेगी।
केंद्रीय प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग ने 36 प्रतिशत आरक्षण देने की अनुशंसा किया है। इसलिए जब तक जातिगत जनगणना नहीं हो जाती है तबतक सभी नियुक्ति में 36 प्रतिशत आरक्षण पिछड़ा वर्ग को दिया जाय। वर्तमान वैकेंसी में नियमानुसार 510 रिक्ति में तीस पद पर ओबीसी बीसी 2 का आरक्षण के बदले मात्र सात पद पर आरक्षण देना कहीं न कहीं बड़ी साज़िश का बु आती है। इसे सरकार को अबिलंब सुधार कर सही आरक्षण देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को प्रताड़ित करने के उद्देश्य से तीन सौ से चार सौ किलोमीटर दुर दुर परीक्षा केन्द्र दिया गया है, अविलंब इसमें सुधार कर अपने गृह जिला के बगल के जिला में दिया जाना चाहिए। कोषाध्यक्ष अजित मांझी ने अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए जरुरत पड़े तो कानुनी लड़ाई भी लड़ी जायगी।
मौके पर महासचिव रंजीत जयसवाल, बिहारी यादव, मंतोष कुमार महतो, रंजीत जयसवाल, मदन प्रसाद गुप्ता, सुभाष मंडल, बिहारी यादव, जयकांत जयसवाल, राजेन्द्र महतो, विनोद यादव, अरुण कुमार, पवित्र कुमार मंडल, सुबोध यादव, सूरज जायसवाल, सुजल चंद्रवंशी, नारायण चंद्र वेद जगबंधु मंडल, जियाधर मंडल सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
रिपोर्ट- आलोक रंजन