देवघर: भाविप देवघर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय बाल संस्कार शिविर का हुआ समापन
2 से 4 जुलाई तक भारत विकास परिषद, देवघर शाखा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय बाल संस्कार शिविर का आज समापन किया गया। शिविर के समापन के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तर पूर्व क्षेत्र के संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर परिषद के देवघर शाखा के सामाजिक कार्यों से काफी प्रभावित हुए। देवघर के विभाग प्रचारक बिगेन्द्र कुमार के साथ पधारे अनिल ठाकुर लगभग एक घंटे तक बाल संस्कार शिविर में अपना महत्त्वपूर्ण समय दिया। शाखा के अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने इनका स्वागत करते हुए उन्हें परिषद के कार्यक्रमों और इस शिविर के रूपरेखा के बारे में बताया। परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र सिंह और सचिव पुष्पा सिंह ने दोनों महानुभावों को पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया। श्री ठाकुर ने अपने प्रबोधन में बच्चों को रोचक और सरलतम तरीके से संस्कारित करने और बहुआयामी ज्ञानप्रद शिक्षा देने की प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों से बड़े सरल भाव में संवाद किया। देश के महान विभूतियों, पंचतंत्र की कहानियों और कई प्रेरक उदाहरणों के साथ बच्चों में देश के वैभवशाली अतीत बताते हुए सुसंस्कृत आचरण और भविष्य निर्माण की बातें की। वहीं विभाग प्रचारक श्री बिगेन्द्र कुमार ने एक गीत “आगे आगे बढ़ाना है तो हिम्मत हारे मत बैठो….” के माध्यम से उपस्थित बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित, प्रफुल्लित और पुष्पित कर गए।
2 जुलाई से 4 जुलाई तक चले बाल संस्कार शिविर के आज अंतिम दिन “गुरु वंदन छात्र अभिनंदन” भी कराया गया। इसमें दीनबंधु उच्च विद्यालय के सभी बच्चों ने एक-एक कर अपने प्राचार्य और शिक्षकों को नारियल और पान के पत्ते भेंट किया तथा उनके चरणों को स्पर्श कर अपने गुरुओं का वंदन किया। वहीं आशीर्वाद स्वरूप शिक्षकों ने बच्चों को एक-एक पुस्तक देकर उनका अभिनंदन किया।परिषद ने सभी बच्चों के लिए 150 पुस्तक उपलब्ध कराए। शिविर के अंत में विद्यालय के सचिव डॉ. डी पी बॉल और प्राचार्य श्री काजल कान्ति सिकदार ने परिषद के अध्यक्ष आलोक मल्लिक और सभी सदस्यों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि विद्यालय आपके द्वारा इतना सुंदर शिविर के आयोजन से प्रशंसित है। हमारे बच्चों के लिए यह अत्यंत लाभकारी हुआ है।
तीन दिवसीय बाल संस्कार शिविर में विद्यालय के बच्चों को मंगलाचरण, योग व ध्यान, संस्कृत शाला, गणित शाला और सांस्कृतिक एवं नैतिक ज्ञानशाला के द्वारा संस्कारित और पुष्पित करने का सफल प्रयास किया गया। पतंजलि योगपीठ के प्रशिक्षक शंभू कुमार बरनवाल ने तीन दिनों तक बच्चों को उनके अनुकूल योग, ध्यान और मंगलाचरण का अभ्यास कराया। दूसरे चरण में प्रतिदिन संस्कृत शाला के माध्यम से आयुष्मान पांडेय और गोपाल पांडेय ने बच्चों को सरल और रोचक तरीके से संस्कृत भाषा में एक दूसरे का परिचय करना, सामान्य बातचीत करना, सामान्य चीजों को संस्कृत में जानना और छोटी-छोटी बातचीत में संस्कृत का उपयोग करना सिखाया। इसके अलावा स्तुति और श्लोक वाचन का भी अभ्यास कराया। तीसरे चरण में गणित शाला के माध्यम से देवघर सिविल कोर्ट के अवकाश प्राप्त प्रशासनिक अधिकारी श्री शशि शेखर सिंह ने वैदिक पद्धति से गणित का हल करना सिखाया। इसमें उन्होंने कठिन से कठिन गुना, वर्ग फल और कई तरह के फार्मूले को वैदिक और सरल ट्रिक से करने का अभ्यास कराया। चौथे चरण में सांस्कृतिक एवं नैतिक ज्ञानशाला के माध्यम से बच्चों को सांस्कृतिक बोध, अपने आचरण को समाज में संयमित और संस्कारित बनाने के लिए प्रबोधित किया गया। राष्ट्र स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह अरुण कुमार झा, नगर कार्यवाह डॉ. आनंद वर्द्धन एवं विभाग प्रचारक बिगेन्द्र कुमार ने बच्चों को प्रबोधित किया।
पूरे शिविर में परिषद के सदस्यगणों ने अपनी तन्मयता का परिचय देते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया। अध्यक्ष आलोक मल्लिक, प्रांतीय उपाध्यक्ष ई. प्रकाश चन्द्र सिंह, संरक्षक ई. एसपी सिंह एवं डॉ. गोपाल बरनवाल, सचिव पुष्पा सिंह, कोषाध्यक्ष रंजीत बरनवाल, संगठन सचिव एसपी भुईयां बिलास, महिला एवं बाल विकास संयोजक श्रीमती कंचन शेखर, राम किशोर सिंह, किरण बरनवाल, बिपिन मिश्रा, आकांक्षा आदि लगातार तीनों दिन कार्यक्रम को संजोने में अपना योगदान दिया।