देवघर: मैट्रिक एवं इंटर के सफल प्रतिभागियों को मिला योगमाया प्रतिभा सम्मान
स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान तथा योगमाया मानवोत्थान ट्रस्ट के युग्म बैनर तले होटल न्यू ग्रैंड स्थित सिद्धि विनायक बैंक्वेट हॉल के भव्य सभागार में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन, झारखण्ड अधिविद्य परिषद्, पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं अन्य बोर्ड के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक परीक्षा – 2024 में उत्तीर्ण होने वाले 26 सफल विद्यार्थियों को विश्व भारती विश्वविद्यालय, शांति निकेतन के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. सुभाष चंद्र राय, मैत्रेया स्कूल की प्राचार्या विनीता मिश्रा, साइंस आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय सचिव, आईकन ऑफ झारखण्ड पुरस्कार विजेता डॉ. जय चन्द्र राज, विवेकानंद संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव, संरक्षक प्रो. रामनंदन सिंह व अन्य अतिथियों के करकमलों से माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक में इस वर्ष प्रथम डिविजन से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को योगमाया प्रतिभा सम्मान की मानद उपाधि से अलंकृत की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आशुतोष विद्यालय की अंजलि कुमारी, माही कुमारी, किट्टु कुमारी, अनुप्रिया कुमारी, रिया कुमारी, निरू कुमारी, मेघा सिंह परमार, अनिशा कुमारी, वर्षा कुमारी, ऋषिका कुमारी, देवघर संत फ्रांसिस की आस्था केशरी, रमा देवी बाजला महिला महाविद्यालय की श्रुति वर्मा, प्रीति कुमारी व तनिशा कुमारी राय, ब्लू बेल्स स्कूल की सानिया बर्णवाल, आयशा परवीन, गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल के आयुष संतोषी, राम मन्दिर बीपीजे उच्च विद्यालय की खुशी कुमारी, जसीडीह पब्लिक स्कूल के मयंक कुमार राय, सनराइज द्वारिका ऐकैडेमी की शिवांगी केशरी व जानवी केशरी सोनम श्री, देवघर महाविद्यालय की मुस्कान कुमारी एवं मॉर्निंग बेल्स ऐकैडेमी, श्यामनगर, उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल के ऋक्देव भौमिक, जी.एन. सिंह प्लस टू हाई स्कूल, कुकराहा के ऋषि राज एवं मॉडर्न पब्लिक स्कूल, सरसा की कनिष्का केशरी को योगमाया प्रतिभा सम्मान दिया गया।
मौके पर डॉ. सुभाष ने कहा- जीवन के हर मोड़ पर निरंतरता बनाए रखने वाले लोग ही सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँच पाते हैं। डॉ. प्रदीप ने कहा- खुद को एक सोने के सिक्के की तरह बनाइए, जो अगर नाली में भी गिर जाए तो भी उसकी कीमत कम नहीं होती। डॉ. राज ने कहा- सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। प्रो. रामनंदन ने कहा-अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो सपनों की दुनिया में नहीं, खुद की दुनिया में रहें। कार्यक्रम को सफल बनाने में आराध्या प्रिया, खुशी पांडेय, अनुप्रिया कुमारी, आयुषी अन्या अंजलि सिन्हा व अन्य ने अहम् भूमिका निभाई।