बजट पर प्रतिक्रिया 05: विकसीत भारत निर्माण के संकल्प को पूरा करने की झलक दिखलाती है यह बजट: आलोक मल्लिक, अध्यक्ष, संप चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, देवघर
शानदार बजट – इंफ्रास्ट्रक्चर, विनिर्माण और सेवाएं, उद्योग आधारित कौशल विकास, पर्यटन और इंटरनेशनल पर्यटन को फोकस मजबूत भारत को गढ़ने की कोशिश है। मध्यम वर्ग को पहली बार बजट में कई चीजें मिलती दिख रही है। एमएसएमई और युवा रोजगार के लिए कई नए प्रावधान उत्साहजनक हैं। एमएसएमई के लिए नई ऋण गारंटी योजना, मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख करने, ऋण के नए मानक तय करने की योजना तथा कई अन्य स्कीम और सहूलियत – रियायतें की घोषणा नए और पुराने सभी लघु उद्यमियों को सुदृढ़ करेगी। एमएसएमई और उद्योगों के लिए विशेष रूप से सिडबी की कई नई शाखाएं स्थापित करने की घोषणा बहुत अच्छी पहल साबित होगी। 500 शीर्ष कंपनियों में स्किल्ड युवाओं को इंटर्नशिप कराने की योजना से पूरे देश में न सिर्फ युवाओं का क्षमतावर्धन होगा बल्कि देश के उद्योगों को कुशल श्रम और एम्प्लॉयी मिलेंगे। रोजगार संवर्द्धन की कई नई नीतियों और उच्चतर शिक्षा पर फोकस से देश में रोजगार की समस्या में कमी आएगी। कई नए औद्योगिक और पर्यटन कॉरिडोर, बड़े शहरों को विकसित करने और शहरों के पास उद्योग और रोजगार जनित योजनाएं निश्चित रूप से देश में रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी और देश को सक्षम बनाने वाली साबित होगी।
टैक्सेशन में सुगमता की बातें, इनकम टैक्स एक्ट 1961 की अगले 6 महीने में समीक्षा, जीएसटी में सरलीकरण, टीडीएस फाइल को आपराधिक केस से हटाने, सोलर ऊर्जा, मोबाइल, इलेक्ट्रिक वाहन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स में कस्टम ड्यूटी घटाने से काफी लाभ मिलेगा। सबसे ऊपर आईटी की नई दरें मध्यम वर्ग सहित सभी वर्गो को राहत देगी और नए टैक्सपेयर्स को प्रोत्साहित करेगी।
कुल मिलाकर इस बजट में उद्योग एवं सेवा सेक्टर, रोजगार सृजन के साथ ही कृषि, उद्यान एवं कृषि उपज, शिक्षा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की संकल्प दिखती है।