देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: रौनियार वैश्य महिला संगठन ने किया सावन व तीज मिलन समारोह


रौनियार वैश्य महिला संगठन की अध्यक्ष लाजवंती गुप्ता, सचिव कंचन मूर्ति शाह उपसचिव पायल गुप्ता के नेतृत्व में रौनियार वैश्य महिला संगठन का सावन व तीज मिलन समारोह, हर्षोल्लास के साथ, वायो रे बैंक्विट हॉल में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष, सचिव, उप सचिव व उपाध्यक्ष डॉक्टर के पल्लवी, इंदु देवी, कोषाध्यक्ष निर्मला गुप्ता पूर्व सचिव ममता गुप्ता व कार्यकारिणी के सदस्य अनीता गुप्ता, अनीता भगत, निशा गुप्ता, निक्की गुप्ता, बबीता आनंद, सविता शाह, पूनम गुप्ता, उषा शाह व अन्य द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई।


दीप प्रज्वलन के पश्चात सर्वप्रथम उपस्थित सभी महिलाओं ने तालियों की धुन पर गणेश वंदना का गायन किया। ईश्वर स्तुति के पश्चात सभी महिलाओं आपस एक दूसरे के साथ सुहाग का प्रतीक सिंदूर और बिंदी का आदान प्रदान किया। उसके बाद सावन के मौसम को देखते हुए, सावन से संबंधित गानों पर सभी महिलाएं, कभी अपनी प्रिय सखी के साथ तो कभी अन्य सहेलियों के साथ ग्रुप में सामूहिक नृत्य किया ।


इस दौरान कुछ सुंदर सजावटी छतरियों के साथ अटखेलिया करती हुई दिखाई दी तो कुछ फोटो सेशन मे मशगूल। वहीं व्यवस्थापक की ओर से गेम्स का भी आयोजन किया गया था, जिसमें सभी महिलाएं शामिल हुई। जिसके पांच राउंड मे पांच महिलाएं विजेता हुई जिनके नाम क्रमशः पूनम गुप्ता, नीलू गुप्ता, निशा गुप्ता, निशा कुमारी व पूजा गुप्ता है। सभी विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार भी दिए गए।
गेम्स के अंत में सभी महिलाओं के लिए लकी ड्रा निकाला गया जिसकी विजेता प्रिया गुप्ता हुई।
मौके पर सचिव कंचन मूर्ति ने कहा कि- इस तरह के आयोजन से महिलाओं को अपने समाज की अन्य महिलाओं के साथ परिचय बढ़ाने का मौका मिलता है। यूं तो सभी एक दूसरे को जानते हैं पर मिलने पर रिश्ते में प्रगाढ़ता आती है और समाज की एकजुटता बढ़ती है। अतः समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए जिसके बहाने हम बहनें आपस में मिलते जुलते रहे और कुछ कुछ समाज उपयोगी कार्य भी करते रहे। जैसे अभी सावन में प्रत्येक रविवार को, पानी, शरबत, फल मेवा इत्यादि का वितरण महिलाएं खजुरिया में बने रौनियार वैश्य समाज के तोरण द्वार के निकट जाकर करती हैं ।
अध्यक्ष लाजवंती गुप्ता ने उपस्थित करीब 50 महिलाओं को मिलन समारोह में शामिल होने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा अल्पाहार लेने का आग्रह किया।
सभी महिलाओं ने पानी पुरी, चाट- चटपटी आदि का लुफ्त उठाया व व्यवस्थापक को धन्यवाद करते हुए अपने अपने घर को विदा हुई।