देवघर: आज केंद्रीय कारा में हुआ दो दो श्रृंगार नागपुष्प मुकुट तैयार
आज सोमवार श्रावण मास राखी पूर्णिमा के दिन देवघर केंद्रीय कारा में कैदि बंदियों के द्वारा दो दो श्रृंगार नागपुष्प मुकुट तैयार किया गया। जिसमें एक श्रृंगार नागपुष्प मुकुट बाबा बैद्यनाथ मंदिर प्रतिदिन की तरह ही जेल सिपाही व पुजारी के दारा बाबा बैद्यनाथ मंदिर ले जाया गया एवं दूसरा श्रृंगार पुष्प मुकुठ को भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ बाबा बासुकीनाथ के दरबार में भेजा गया। इसके साथ ही श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर देवघर केंद्रिय कारागार में 24 घंटे का अखंड हरी नाम संकीर्तन का आयोजन किया गया।
सोमवार सुबह से ही देवघर केंद्रीय कारागार के कैदियों के द्वारा दोनों पुष्प मुकुट त्यार करने में लग गए शाम को पुष्प मुकुट तैयार होते ही एक बाबा बैद्यनाथ मंदिर एवं दूसरे को बाबा बासुकीनाथ धाम भेजा गया। श्रावण पूर्णिमा के दिन प्राचीन काल से ही देवघर केंद्रीय कारागार में दो पुष्प मुकुट तैयार किया जाता है जिसमें की एक बाबा बैद्यनाथ के लिए और दूसरा बाबा बासुकीनाथ के लिए भेजा जाता है। इसके पीछे का कारण है कि महाशिवरात्रि के दिन बाबा बैद्यनाथ का श्रृंगार नहीं किया जाता और उस दिन बाबा बैद्यनाथ के ऊपर श्रृंगार पुष्फ मुकुट नहीं चढ़ता है इस कारण शिवरात्री का पूर्णिमा के दिन तैयार किया जाता है और उसे पुष्प मुकुट को बाबा बासूकीनाथ के दरबार में भेजा जाता है और वह बासुकीनाथ को चढ़ाया जाता है। सोमवार शाम को जेल अधिक्षक सत्येन्द्र चौधरी की मौजूदगी में शाम को दोनों मुकुट को जेल से बाहर निकाला गया एक बैद्यनाथ मंदिर एवं दूसरे को बासूकीनाथ भेजा गया।
संवाददाता: अजय संतोषी