कोडरमा: डीएवी में बच्चों ने ‘नेशनल स्पेस डे’ पर दिखाई अपनी प्रतिभा
23 अगस्त को नेशनल स्पेस डे के अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने अपनी रचनात्मक एवं कलात्मक प्रतिभा का परिचय देते हुए विभिन्न प्रकार की एक्टिविटी के माध्यम से अंतरिक्ष में चंद्रयान-3 की लैंडिंग की सफलता में चार चांद लगाए। इस उपलक्ष्य में बच्चों एवं शिक्षकों ने इसरो पर आधारित ऑनलाइन क्विज कंपटीशन में भाग लेकर सर्टिफिकेट प्राप्त किया।
बच्चों ने चंद्रयान-3 पर मॉडल, पेंटिंग, जर्नल, प्रज्ञान रोबर, लैंडर चंद्रयान-3 रॉकेट एवं विभिन्न प्रकार के वर्किंग मॉडल बनाकर अपनी क्रिएटिविटी को दिखाया। विद्यालय की प्रातः कालीनप्रार्थना में बच्चों ने कार्यक्रम के तहत इसरो पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी में भाग लेकर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देकर अपना ज्ञानवर्धन किया। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर दसवीं कक्षा की जिज्ञासा एवं पल्लवी ने अंग्रेजी एवं हिंदी में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की उपलब्धि पर प्रकाश डाला। श्रेयशी ने सुंदर कविता तथा लावण्या सिन्हा ने रोचक तथ्य प्रस्तुत किया। स्कूल में मॉडल बनाने की वर्किंग कार्यशाला आयोजित हुई जिसमें 11वीं विज्ञान वर्ग के शिवांग आयुष, प्रेरणा, सनी एवं अन्य बच्चों ने भाग लेकर अपनी बौद्धिक एवं रचनात्मक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न प्रकार के आकर्षक मॉडल बनाए ।मौके पर विद्यालय के प्राचार्य श्री कृष्ण कुमार सिंह ने भारत में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की सफलता पर सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने बच्चों एवं शिक्षकों द्वारा इसरो पर आयोजित ऑनलाइन क्विज कंपटीशन में सहभागिता तथा बच्चों द्वारा बनाए गए रॉकेट ,मॉडल, वर्किंग मॉडल, रोवर,पेंटिंग,जर्नल की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों की प्रस्तुति को देखकर कहा कि इससे बच्चों का वैज्ञानिक तथा औद्योगिकी क्षेत्र में रुचि अवश्य परिलक्षित होती है। 23 अगस्त 2023 को भारत चंद्रमा पर लैंडिंग करने वाला चौथा देश तथा दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में पहुंचने वाला पहला देश बना था। पूरे देश में अंतरिक्ष में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धि तथा अंतरिक्ष कार्यक्रम से जुड़ने के असीम अवसरों को उजागर करने के लिए पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया गया । आज भारत अपना पहला नेशनल स्पेस डे मना रहा है जिसका उद्देश्य युवाओं में अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि जागृत करना तथा अंतरिक्ष रिसर्च के समाज पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव को उजागर करना है। 23 अगस्त 2023 भारत के लिए एक ऐतिहासिक गौरव का दिन था जब चंद्रमा पर चंद्रयान -3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग हुई थी। इस सफलता से पूरे देश में जश्न का माहौल बना था। सभी लोग खुशी से झूम उठे थे। यह दिन वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में इसरो के योगदान को उजागर करता है। इससे भविष्य में वैज्ञानिक प्रेरणा प्राप्त कर बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं में और अधिक क्रियाशीलता दिखाने में सक्षम होंगे। इस कार्यक्रम में बच्चों को दिशा -निर्देशित करने में विद्यालय के भौतिक विज्ञान के शिक्षक मनोज कुमार सिंह तथा अभिषेक कुमार का योगदान रहा। मंच संचालन 12वीं विज्ञान वर्ग के आयुष राज ने किया।