मनरेगा में हो रहा करोड़ों का घोटाला: धीरज झा
देवघर: देवघर के समाजसेवी धीरज कुमार झा ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर देवघर जिले में हो रहे मनरेगा घोटाले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देवघर जिले में मनरेगा में ‘नाम वही, तस्वीर वही और योजना अलग-अलग’ कर सरकारी राशि निकाल कर घोटाला किया जा रहा है।

क्या बताया धीरज कुमार झा ने
प्रेस वार्ता के दौरान धीरज झा ने बताया कि देवघर जिले में मनरेगा में करोड़ों की लूट हो रही है।
उन्होंने पत्रकारों कर समक्ष सैकड़ों ऐसे सबूत पेश किये जिससे मनरेगा में अनियमिता साफ साफ नजर आए। उदाहरणस्वरुप:-एक ही फोटो का उपयोग कर अलग अलग बिल बनाना
एक ही फोटो में अलग अलग MSR नंबर
एक ही तस्वीर दिखाकर अलग अलग लेबर कार्ड का इस्तेमाल
इत्यादि कर सरकारी राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। यह राशि प्रत्येक प्रखंड में करोड़ों तक हो सकती है।
उन्होंने कहा कि अभी मैं लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के समक्ष यह मामला रख रहा हूं, इसके बाद लोकपाल के पास जाने की तैयारी है ताकि घोटाला का पूर्णरूपेन पर्दाफाश हो सके।

कौन है धीरज कुमार झा?
धीरज कुमार झा ग्राम रक्ति, सारवां, देवघर के निवासी हैं। इसके पूर्व यह पिछले विधानसभा चुनाव में जरमुंडी विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं, जहाँ मतदाताओं ने इनका साथ पूरी तरह से नहीं दिया। धीरज वर्तमान में स्वयं को एक समाजसेवी के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं और जनहित के मुद्दे उछालते हैं।
क्या है मनरेगा योजना
ज्ञात हो कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को 100 दिनों का गारंटीड रोजगार प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपनी आजीविका कमा सकें।
लेकिन मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है। अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा फर्जी तरीके से बिल बनाकर धन का दुरुपयोग किया जाता है। जिससे इस योजना का लाभ वास्तविक लाभार्थीयों को नहीं मिल पाता है।